UPPSC का दो शिफ्ट-दो परीक्षा पर यू-टर्न, अब पुराने पैटर्न पर होगी पीसीएस-प्री परीक्षा, RO/ARO Exam टला
प्रयागराज में UPPSC कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगें सरकार ने मान ली है। पीसीएस प्री एग्जाम से नॉर्मलाइजेशन हटा दिया गया है। यानी अब यह परीक्षा पुराने पैटर्न पर एक दिन में ही कराई जाएगी। वहीं, आरओ/एआरओ परीक्षा स्थगित कर दी गई है।
UPPSC: प्रयागराज में UPPSC कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगें सरकार ने मान ली है। पीसीएस प्री एग्जाम से नॉर्मलाइजेशन हटा दिया गया है। यानी अब यह परीक्षा पुराने पैटर्न पर एक दिन में ही कराई जाएगी। वहीं, आरओ/एआरओ परीक्षा स्थगित कर दी गई है। आयोग ने एक कमेटी गठित की है। जो सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी। इसके बाद एग्जाम पर फैसला लिया जाएगा। इसके बाद आयोग आरओ/एआरओ परीक्षा की नई तारीख जारी करेगा। ये ऐलान लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने किया है।
आरओ/एआरओ की परीक्षा स्थगित
लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने कार्यालय से बाहर आकर सड़क पर छात्रों से मुलाकात की और कहा कि अब पीसीएस प्री परीक्षा पुराने पैटर्न पर अब एक ही दिन में होगी। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा टाल दी गई है। लोकसेवा आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 7 और 8 दिसंबर जबकि, आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22-23 दिसंबर की तारीखें घोषित की थीं। वहीं अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 7 और 8 दिसंबर को ही आयोजित की जाएगी। जबकि आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा की तारीख बाद में घोषित की जाएगी।
प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प
इससे पहले गुरुवार सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में धरना दे रहे छात्रों को जबरन घसीटते हुए ले गए। छात्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की और गालियां भी दीं।
क्या था विवाद?
दरअसल, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा और आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 परीक्षा को दो अलग-अलग तारीखों पर आयोजित कराने का फैसला किया था। कुछ दिन पहले ही आयोग ने इसका पूरा शेड्यूल जारी किया था। शेड्यूल को लेकर छात्रों में नाराजगी थी। उनका कहना था कि यूपी पीसीएस 2024 और आरओ-एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षाओं को पहले की तरह एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में आयोजित कराया जाए। छात्रों का कहना था कि 2 दिन परीक्षा कराए जाने पर होने वाले नॉर्मलाइजेशन से उनका बहुत नुकसान होगा।