Sandeshkhali Violence: संदेशखाली मुद्दे पर भाजपा ने ममता पर साधा निशाना, आतंकियों को पनाह देने का आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने ममता बनर्जी सरकार पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि संदेशखाली में एनएसजी कमांडों और सीबीआई के छापे में शाहजहां शेख के गुर्गों के पास से बंगाल पुलिस के आधिकारिक हथियार (कोल्ट रिवॉल्वर) के साथ भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी हुई है।
Sandeshkhali Violence: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने ममता बनर्जी सरकार पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि संदेशखाली में एनएसजी कमांडों और सीबीआई के छापे में शाहजहां शेख के गुर्गों के पास से बंगाल पुलिस के आधिकारिक हथियार (कोल्ट रिवॉल्वर) के साथ भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी हुई है।
ममता सरकार आतंकवादियों को पाल रही
प्रेम शुक्ल ने अपने बयान में आगे कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि अब तक भ्रष्टाचारियों को पालने वाली ममता सरकार अब आतंकवादियों को भी पालने का काम कर रही है। जिस तरह से बंगाल सरकार आतंकवादियों के साथ खड़ी नजर आ रही है, वह साफ संदेश देता है कि किस तरह बंगाल अराजकता के मुहाने पर बैठा है।
'इंडिया गठबंधन के नेता ममता बनर्जी की निर्ममता पर चुप क्यों ?'
उन्होंने ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ममता बनर्जी के राज में मां-माटी और मानुष नहीं बल्कि शाहजहां शेख जैसे बलात्कारी, आतंकवादी और भ्रष्टाचारी सुरक्षित है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि इंडी गठबंधन में शामिल नेता राहुल गांधी, स्टालिन, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव संदेशखाली और पश्चिम बंगाल की हालात के जिम्मेदार ममता बनर्जी की निर्ममता पर चुप क्यों हैं?
संदेशखाली के गुंडे महिलाओं का मंगलसूत्र नोच रहे
प्रेम शुक्ल ने ममता सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि इनके राज में संदेशखाली के गुंडे महिलाओं का मंगलसूत्र नोच रहे हैं। मंगलसूत्र नोचने वाले शाहजहां शेख जैसे बलात्कारी को तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने संरक्षण दे रखा था। जो शाहजहां शेख पहले पुलिस हिरासत में शहंशाहों की तरह रह रहा था, वही सीबीआई की हिरासत में कैसे विलाप कर रहा है, ये पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दो चरणों में जिस तरह से जनता ने बढ़ चढ़कर मतदान किया है, उससे यह साफ हो गया है कि चार जून को जनता का जनादेश क्या रहने वाला है?