Auraiya News: बहन का शव पीठ पर बांध, बाइक से घर पहुंचा भाई

अंजलि को मृत घोषित किए जाने के बाद परिवारजन आगे की प्रक्रिया के लिए शव को घर ले जाना चाहते थे। लेकिन ऐंबुलेंस या अन्य किसी साधन के न मिलने पर अंजलि के भाई ने शव अपनी बाइक पर रखा और अपनी पीठ पर एक दुपट्टे से शव को बांध लिया।

Auraiya News: बहन का शव पीठ पर बांध, बाइक से घर पहुंचा भाई

Auraiya News: औरैया से एक ऐसा ममाला सामने आया है जिससे हर देखने वाले का दिल दहल जाए। प्रदेश में स्वास्थ सेवाओं की स्थिति यही देखकर आंकी जा सकती है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी बहन के शव को पीठ पर बांधकर घर लेकर पहुंचा।

पूरा मामला

औरैया जिले के पश्चिमी नवीन बस्ती में बाबूराम मोहनलाल महाविद्यालय को पास प्रबल प्रताप सिंह नामक व्यक्ति रहते हैं। मंगलवार की सुबह उनकी बेटी अंजलि नहाने के लिए पानी गर्म करने वाली रॉड का इस्तेमाल कर रही थी जिस दौरान वह करंट की चपेट में आ गई। करंट लगने से वह मौके पर ही बेसुध हो गई। जब परिजनों की नजर बेहोश अंजलि पर पड़ी तो परिवार वाले तुरंत उसे लेकर नजदीकी सीएचसी पहुंचे। हालांकि यहां पहुंचने के बाद डॉक्टरो ने अंजलि को मृत घोषित कर दिया।

पीठ पर बांध पहुंचे घर

अंजलि को मृत घोषित किए जाने के बाद परिवारजन आगे की प्रक्रिया के लिए शव को घर ले जाना चाहते थे। लेकिन ऐंबुलेंस या अन्य किसी साधन के न मिलने पर अंजलि के भाई ने शव अपनी बाइक पर रखा और अपनी पीठ पर एक दुपट्टे से शव को बांध लिया। इसके बाद अंजलि की दूसरी बहन शव के पीछे बैठी। इस तरीके से परिवार मृत बेटी का शव लेकर घर पहुंचा। इस मंजर को देखकर हर कोई हैरान था और तकरीबन 15 मिनट तक हर किसी की निगाहें इसी पर टिकी रही। 

सीएचसी अधीक्षक ने दी सफाई 

इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक का कहना था कि परिवारजन अगर शव ले जाने के लिए वाहन की सुविधा मांगते तो उन्हें वाहन जरूर दिया जाता। अधीक्षक ने बताया कि अगर कोई वाहन नहीं होता है तो वाहन 100 अस्पताल से मंगाकर कर शव घर भेजा जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाइक पर शव ले जाने के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। और अगर कोई ऐसा मामला है तो इसपर जांच की जाएगी। 

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

बुधवार की सुबह जब संबंधित खबर और तस्वीरें प्रकाशित हुई तो उसकी कटिंग पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर पोय्ट की। इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने कुछ लिखा तो नहीं है लेकिन इशारों में ही उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान लगा दिया है।