Ram Mandir: रामनवमी पर अयोध्या में रामलला के आसानी से कर पाएंगे दर्शन, इन चीजों को न ले जाएं साथ
ऐसी कुछ चीजें है जिनको साथ ले जाने पर आप भगवान राम के दर्शन नहीं कर पाएंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ये जानकारी दी है।
Ram Mandir: देश में 17 अप्रैल को राम नवमी (Ram Navami) मनाई जाएगी। इस मौके पर अयोध्या स्थित राम मंदिर में भक्तों का तांता लगने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन, रामनवमी के दिन रामलला के दर्शन करने के लिए भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना होगा। ऐसी कुछ चीजें है जिनको साथ ले जाने पर आप भगवान राम (lord ram) के दर्शन नहीं कर पाएंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) ने ये जानकारी दी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से मिली जानकारी के मुताबिक, दर्शन के दौरान परेशानी और समय की बर्बादी से बचने के लिए दर्शनार्थियो को अपना मोबाइल, मूल्यवान वस्तुएं इत्यादि साथ नहीं लाने चाहिए। ट्रस्ट ने कहा है कि दर्शनार्थी अपना मोबाइल, चप्पल, जूता, बड़े-बैग और प्रतिबंधित सामग्री आदि सामान को मंदिर से जितना दूर सुरक्षित रखकर आएंगे, उतना ही रामलला के दर्शन आसानी से कर सकेंगे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने दी जानकारी
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक लेटर अपलोड किया है। ट्रस्ट ने लेटर में लिखा- श्री राम नवमी के पावन पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा विशिष्ट व्यवस्था की गई है। श्री रामनवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः काल साढ़े तीन बजे से श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध होने के लिए व्यवस्था की जाएगी।
सभी बुकिंग को किया गया रद्द
लेटर में लिखा है कि, दिनांक 16 अप्रैल से 18 अप्रैल तक सभी प्रकार के विशिष्ट पास और दर्शन-आरती आदि की बुकिंग को पहले ही रद्द किया जा चुका है। सुग्रीव किला के नीचे, बिड़ला धर्मशाला के सामने, श्री रामजन्मभूमि प्रवेश द्वार पर 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' द्वारा यात्री सेवा केन्द्र बनाया गया है जिसमें जन-सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
श्री राम जन्मोत्सव का प्रसारण सौ बड़ी एलईडी स्क्रीन पर किया जाएगा
ट्रस्ट के मुताबिक, सभी श्रद्धालुओं को एक ही मार्ग से जाना होगा। रामलला के दर्शन का समय बढ़ाकर अब 19 घंटे कर दिया गया है, जो मंगला आरती से प्रारंभ होकर रात्रि 11 बजे तक चलेगा। वहीं रामलाल के चार बार लगने वाले भोग के लिए केवल पांच-पांच मिनट के लिए ही पर्दा बंद होगा। इसके अलावा विशिष्ट महानुभावों से अनुरोध है कि वे दर्शन के लिए 19 अप्रैल के बाद ही पधारें। जानकारी के मुताबिक, श्री राम जन्मोत्सव का प्रसारण अयोध्या नगरी में लगभग सौ बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। न्यास के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी लाइव प्रसारण होगा।
ये भी पढ़ें..