Abbas Ansari Latest News : अब्बास अंसारी मुख्तार के फातिहा में होगा शामिल, 3 दिन परिवार के साथ रहेगा
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को पिता के फातिहा में शामिल होने की अनुमति दे दी है। 10 से 12 जून तक अब्बास को कासगंज जेल से लाकर गाजीपुर जेल में रखा जाएगा।
Abbas Ansari Latest News : सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को पिता के फातिहा में शामिल होने की अनुमति दे दी है। 10 से 12 जून तक अब्बास को कासगंज जेल से लाकर गाजीपुर जेल में रखा जाएगा। रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक उसे पुलिस कस्टडी में घर में रहने दिया जाएगा। रात उसे गाजीपुर जेल में काटनी पड़ेगी। 13 जून को उसे वापस कासगंज जेल लाया जाएगा।
बाहर रहने के दौरान अब्बास कोई भाषण नहीं देगा
न्यायमूर्ति सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने उत्तर प्रदेश पुलिस से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अंसारी के आवास पर पुलिसकर्मी परिवार की महिला सदस्यों के सम्मान और आत्म सम्मान का ख्याल रखें। पीठ में न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन भी शामिल थे। इससे पहले शीर्ष अदालत ने कासगंज जिला जेल में बंद अब्बास अंसारी को 10 अप्रैल को पिता मुख्तार अंसारी के फातिहा में शामिल होने के लिए अंतरिम जमानत दी थी। SC ने कहा कि जेल से बाहर रहने के दौरान अब्बास न कोई भाषण दे, न मीडिया से बात करें।
अब्बास पर कई संगीन आरोप
उसने गाजीपुर जिला प्रशासन को इस बात की पुष्टि करने के लिए कहा था कि 11 अप्रैल से अन्य रस्में हो रही हैं या नहीं, और आवेदक को पुलिस हिरासत में उनमें शामिल होने की अनुमति दी थी। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था, "यदि कोई रस्म नहीं है तब भी याचिकाकर्ता को 11 और 12 अप्रैल को उसके परिवार के सदस्यों से मिलने की अनुमति दी जायेगी।" सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को भी ध्यान में रखा था कि न्यायिक हिरासत में रहने के कारण याचिकाकर्ता अपने पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो सका था। अब्बास अंसारी कई संगीन आपराधिक मुकदमों में आरोपी है और कासगंज जेल में बंद है।
पिता के जनाजे में नहीं हो पाया था शामिल
मुख्तार अंसारी के जनाजे में अब्बास के शामिल होने के लिए अंसारी परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। लेकिन पीठ के समक्ष अर्जी पर सुनवाई न हो पाने के कारण अब्बास को जमानत नहीं मिल सकी। वह जनाजे में शामिल नहीं हो सका था। इसके बाद परिवार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद एक बार फिर अब्बास को फातिहा में शामिल होने की इजाजत मिल गई है।
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