Abbas Ansari : पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए कासगंज से गाजीपुर जेल पहुंचा अब्बास अंसारी
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बेटे अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत मिल गई है। इसके लिए अब्बास अंसारी कासगंज जेल से बुधवार को गाजीपुर जेल पहुंच गया है।
Abbas Ansari : माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बेटे अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत मिल गई है। इसके लिए अब्बास अंसारी कासगंज जेल से बुधवार को गाजीपुर जेल पहुंच गया है। उसे कासगंज से गाजीपुर पहुंचने में 13 घंटे लगे। मंगलवार शाम 7.45 बजे रवाना हुआ और बुधवार सुबह 9 बजे पहुंचा।
शाम को पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा अब्बास
अब्बास को दोपहर करीब 12 बजे उसे मोहम्मदाबाद स्थिति आवास ले जाया जाएगा। यहां वह पहले घरवालों से मिलेगा। इसके बाद शाम को कालीबाग कब्रिस्तान जाकर मुख्तार की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसे 4 दिन की पैरोल मिली है। इस दौरान परिवार के कुछ सदस्य मौजूद रह सकते हैं।
मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से हुई थी मौत
मुख्तार अंसारी 28 मार्च की रात कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी। उल्टी की शिकायत होने पर उसे बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां 9 डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, लेकिन मुख्तार को बचाया नहीं जा सका था।वहीं 29 मार्च शुक्रवार को 3 डॉक्टरों के पैनल सहित 5 लोगों की टीम ने मुख्तार का पोस्टमॉर्टम किया था। जिसके बाद उसे उसके पैतृक गांव में स्थित कब्रिस्तान में दफना गया था।
पिता के जनाजे में शामिल होने की नहीं मिली थी इजाजत
अब्बास अंसारी ने अपने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी। MP-MLA से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में अर्जी मेंशन होनी थी। यह बेंच आज नहीं बैठी और इसके मुकदमे जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर कर दिए गए। जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से आए किसी भी मुकदमे को सुनने से इनकार कर दिया है। इस वजह से अब्बास के वकील की अर्जी हाईकोर्ट में मेंशन नहीं हो सकी।
मनी लॉड्रिंग केस में जेल में
ईडी ने अब्बास अंसारी को मनी लॉड्रिंग केस में 4 नवंबर को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। 18 दिसंबर को अब्बास को पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था। 10 फरवरी 2023 को चित्रकूट जेल में अब्बास से मिलने के लिए चोरी-छुपे उनकी बीवी निखत अंसारी पहुंची थी। जिसके बाद अब्बास अंसारी को 15 फरवरी 2023 को चित्रकूट से कासगंज जिला जेल में शिफ्ट किया गया।
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