Radhika Khera left Congress: राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, कहा - 'रामलला के दर्शन से हो रहा था विरोध'

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा है। बीच चुनाव में कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने पार्टी  से इस्तीफा दे दिया है। राधिका ने कहा कि आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं। साथ ही अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूं। 

Radhika Khera left Congress: राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, कहा - 'रामलला के दर्शन से हो रहा था विरोध'

Radhika Khera left Congress: लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) से पहले कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा है। बीच चुनाव में कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा (National Media Coordinator Radhika Kheda) ने पार्टी  से इस्तीफा दे दिया है। राधिका ने कहा कि आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं। साथ ही अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूं। 

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखा पत्र

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress National President Mallikarjun Kharge) के नाम एक पत्र में उन्होंने लिखा, "आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। हिरण्यकशिपु से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्रीराम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं।"

अयोध्या राम मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा कि हर हिंदू के लिए प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और राम लला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है, वहीं, कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज़्यादा दिए, जहां एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में राम लला के दर्शन करने से ख़ुद को रोक नहीं पाई।

राम लला के दर्शन को लेकर ये बोली राधिका 

मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया। मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया। प्रभु श्रीराम की भक्त व एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूं। बार-बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला , इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है।