Mamata Banerjee: ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बुलाई कैबिनेट बैठक, सीएम के इस फैसले से हैरान हैं मंत्री

Mamata Banerjee: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्पेन और दुबई की अपनी विदेश यात्रा से लौटे हुए करीब एक महीना बीत चुका है। विदेश से लौटने के बाद से वह अपने आवास से ही कामकाज कर रही हैं।

Mamata Banerjee: ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बुलाई कैबिनेट बैठक, सीएम के इस फैसले से हैरान हैं मंत्री

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (Chief Minister of West Bengal) ममता बनर्जी ने गुरुवार को दक्षिण कोलकाता के कालीघाट स्थित अपने आवास पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्पेन और दुबई की अपनी विदेश यात्रा से लौटे हुए करीब एक महीना बीत चुका है। विदेश से लौटने के बाद से वह अपने आवास से ही कामकाज कर रही हैं। बता दें कि ममता बनर्जी को विदेश यात्रा के दौरान चोटें आईं थी। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। इसलिए डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने अपने आवास से ही काम करने का फैसला किया।

वहीं इस बीच अपने घर पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाने के उनके फैसले ने राजनीतिक दिग्गजों को हैरत में डाल दिया है। जानकारी के मुताबिक, अतीत में ऐसी कोई घटना याद नहीं है, जब राज्य के किसी भी मुख्यमंत्री ने अपने निजी आवास पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई हो।

जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई सालों से कालीघाट स्थित छोटे से घर में रहतीं हैं यह उनका आधिकारिक सरकारी निवास नहीं है बल्कि उनका निजी घर है। ममता बनर्जी सुरक्षा के आधार पर अपनी सुरक्षा टीम के बार-बार अनुरोध के बावजूद आधिकारिक सरकारी आवास में स्थानांतरित करने पर सहमत नहीं हुईं। 
इस मामले में उन्होंने अपने पूर्ववर्ती बुद्धदेव भट्टाचार्जी (Buddhadev Bhattacharjee) के नक्शेकदम पर चलना पसंद किया, जो हमेशा दक्षिण कोलकाता के पाम एवेन्यू में अपने दो कमरे के छोटे से अपार्टमेंट में रहते थे और अभी भी रह रहे हैं।
वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) का अपने आवास पर राज्य मंत्रिमंडल की कोई बैठक बुलाने और आयोजित करने का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
सदन की कार्यवाही के दौरान राज्य विधानसभा परिसर में मंत्री कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी। 2019 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने धरना प्रदर्शन मंच पर कैबिनेट बैठक आयोजित करने की मिसाल कायम की थी, जहां वह तत्कालीन कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार (Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar) के आधिकारिक आवास पर सीबीआई (CBI) अधिकारियों के अचानक दौरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थीं।