Kolkata Building Accident : कोलकाता में निर्माणाधीन इमारत ढही, अब तक 6 लोगों की हुई मौत

कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में रविवार आधी रात करीब 12 बजे एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत गिर गई जिसमें अब तक 6 लोगों के मरने की खबर है। मलबे में दबने से कई लोग घायल हो गए हैं।

Kolkata Building Accident : कोलकाता में निर्माणाधीन इमारत ढही, अब तक 6 लोगों की हुई मौत

Kolkata Building Accident : कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में रविवार आधी रात करीब 12 बजे एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत गिर गई जिसमें अब तक 6 लोगों के मरने की खबर है। मलबे में दबने से कई लोग घायल हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, रविवार आधी रात क गार्डन रीच के हजारी मोल्ला बागान में पांच मंजिला इमारत का एक हिस्सा बगल की झुग्गी बस्ती पर गिर गया।

हजारी मोल्ला बागान में हुआ हादसा

पुलिस ने बताया कि कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 134 अंतर्गत गार्डन रीच इलाके में 5 मंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा था। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है, जबकि कुछ और लोग अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया। टीम ने मलबे में दबे 10 लोगों को निकालकर नजदीक स्पताल में भर्ती कराया गया।

घायलों की हालत गंभीर

मृतकों की पहचान हसीना खातून (55), शमा बेगम (54), अकबर अली (34), मोहम्मद वासिक (30) और रिजवान आलम (22) के रूप हुई है। तीन बच्चों सहित सोलह लोगों का फिलहाल शहर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। अग्निशमन सेवा विभाग के सूत्रों ने कहा कि बचाव अभियान पूरा करने में कुछ समय लग सकता है।

बचाव अभियान पूरा करने में लगेगा समय

इस बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हो रहा है। राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम यहां से तृणमूल कांग्रेस के विधायक भी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।

गार्डन रीच इलाके में 800 से अधिक अवैध निर्माण

अधिकारी ने सवाल किया, “गार्डन रीच इलाके में 800 से अधिक अवैध निर्माण मौजूद हैं। यह क्षेत्र मेयर फिरहाद हकीम का गृह क्षेत्र है। क्या वह अज्ञानता का दिखावा कर सकते हैं? क्या यह विश्वास करने योग्य है कि उनकी नाक के नीचे उनकी जानकारी के बिना ऐसे अवैध निर्माण हुए? बचावकर्ता का भेष धारण करना और राहत कार्यों के दौरान फुटेज हासिल करना कितनी शर्म की बात है।"