Varanasi News: बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल पर चला बुलडोजर, नियमों के खिलाफ हुआ था निर्माण
वाराणसी के फेमस बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई वाराणसी विकास प्राधिकरण की तरफ से की जा रही है। इन दोनों होटलों पर शनिवार दोपहर को बुलडोजर कार्रवाई शुरू हुई, जो रात 9 बजे तक चली।
Varanasi News: वाराणसी (Varanasi) के फेमस बनारस कोठी (Banaras Kothi) और रिवर पैलेस होटल (River Palace Hotel) पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई वाराणसी विकास प्राधिकरण (Varanasi Development Authority) की तरफ से की जा रही है। इन दोनों होटलों पर शनिवार दोपहर को बुलडोजर कार्रवाई शुरू हुई, जो रात 9 बजे तक चली। रात होने और बारिश के कारण कार्रवाई रोक दी गई। लगभग 7 घंटे की कार्रवाई में होटल के कमरे, बाथरूम, टॉयलेट, मेन गेट, सीढ़ी आदि को तोड़ा गया है। इसके साथ ही कुछ पिलर भी तोड़े गए है। वाराणसी विकास प्राधिकरण (Varanasi Development Authority) आज भी दोनों होटलों को ढहाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।
5 मंजिला दोनों होटलों में कुल 90 कमरे
बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल 5 मंजिला के बने हुए हैं। इन दोनों कमरों में कुल 90 कमरे हैं। इस होटल को तोड़ने के लिए 5 बुलडोजर और करीब 150 मजदूर लगाए गए है। वाराणसी विकास प्राधिकरण (Varanasi Development Authority) की बिलडोजर कार्रवाई का होटल मालिक खुर्शीद आलम ने विरोध किया। इस दौरान एडीएम सिटी (ADM City Varanasi) आलोक कुमार ने उनके मुंह पर अपना सिर मार दिया। इससे उनके मुंह से खून निकल आया। इसके बाद होटल (Hotels in Varanasi) मालिक के समर्थन में करीब 100 लोग इकट्ठा हो गए। लेकिन, होटलों पर बुलडोजर कार्रवाई जारी रही।
वरुणा नदी के डूब क्षेत्र में बनाए गए होटल
वाराणसी विकास प्राधिकरण के मुताबिक, दोनों होटलों को वरुणा नदी (Varuna River in Varanasi) के डूब क्षेत्र में बनाया गया है। जो बुद्ध विहार कॉलोनी में स्थित है। 8 साल पहले निर्माण के दौरान होटल को सील किया गया था। इसके बावजूद होटल के मालिकों ने कंस्ट्रक्शन जारी रखा। गेस्ट की बुकिंग भी लेता रहा। इसलिए अब होटल गिराया जा रहा है। इससे पहले होटल मालिकों को होटल खाली करने का नोटिस दिया गया था। प्राधिकरण अवर अभियंता अतुल कुमार मिश्रा (Authority Junior Engineer Atul Kumar Mishra) ने होटल के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी।
होटल के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात
वाराणसी विकास प्राधिकरण के अधिकारी शनिवार को बनारस कोठी होटल पहुंची। यह होटल भी 5 मंजिल का है। होटल मालिक मोहम्मद जाफर खान की वीडीए अधिकारियों से बहस हो गई। इस बीच मोहम्मद जाफर खान बेसुध हो गए। होटल कर्मचारियों ने उन्हें संभाला। वहीं होटल के अंदर तोड़-फोड़ के बीच बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। होटल मालिक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने रोते हुए अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई।
जानकारी के मुताबिक, वीडीए वरुणा क्षेत्र में बने कोठी और रिवर पैलेस होटल के बिजली कनेक्शन पहले ही कटवा चुकी है। जलकल जीएम को लेटर लिखकर पानी का कनेक्शन भी काटने को कहा था।
रोक के बावजूद होटल बनाए गए
वाराणसी विकास प्राधिकरण के मुताबिक, 2015 में दोनों होटलों को मानक के विपरीत बताकर सील किया गया था। आरोप था कि होटल को बनाते समय वरुणा नदी के किनारे 50 मीटर दायरे में निर्माण न करने के आदेश का पालन नहीं किया गया। राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश के बावजूद होटल बनाए गए। इसके बाद 13 फरवरी 2015 को बनारस कोठी और 23 नवंबर, 2015 को रिवर पैलेस होटलों पर ताला लगाकर सील कर दिया गया था। जिसके खिलाफ होटल मालिकों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन उनको राहत नहीं मिली थी। अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
2015 में सील किए गए थे दोनों होटल
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के मुताबिक, बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटलों का नक्शा पास नहीं है। वरुणा नदी के किनारे 50 मीटर एरिया को डूब क्षेत्र घोषित है। इस पर निर्माण के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने रोक लगाई है। 2015 में दोनों होटल सील किए गए थे, उसके बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
होटल मालिक ने विभाग पर लगाया आरोप
दूसरी तरफ, होटल मालिक मोहम्मद जाफर खान ने बताया कि हमने होटल के बिजली बिल जमा किए। वीडीए के नियमों का पालन किया। उनके केस के खिलाफ अपील भी की। अब विभाग अपनी मनमानी कर रहा है, हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे।
होटल पार्टनर खुर्शीद आलम ने बताया कि, बीजेपी के नेता थे और एडीएम सिटी थे, जिन्होंने मुझे मारा है। अभी कल ही डायलिसिस करवाकर आया हूं। उसके बाद ये एडीएम सिटी मुझे घूसा मार रहे हैं। मार कर मेरा पैर तोड़ दिया।