Iqra Hasan: कौन है सपा सांसद इकरा हसन जिन्होंने 18 साल की उम्र में पॉलिटिक्स में ली एंट्री, आज इतनी है नेटवर्थ
इन दिनों सपा सांसद इकरा हसन खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। और हो भी क्यों न आखिरकार उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता प्रदीप चौधरी को करारी शिकस्त देकर कैराना लोकसभा सीट पर जीत का परचम जो लहराया है।
Iqra Hasan:इन दिनों सपा सांसद इकरा हसन खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। और हो भी क्यों न आखिरकार उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता प्रदीप चौधरी को करारी शिकस्त देकर कैराना लोकसभा सीट पर जीत का परचम जो लहराया है। जी हां इस बार के लोकसभा चुनाव में इकरा हसन के शानदार प्रदर्शन से हर कोई हैरान है। कैराना के लोकसभा सीट पर इकरा हसन का सीधा मुकाबला बीजेपी के प्रदीप चौधरी और बीएसपी के श्रीपाल से था। लेकिन इकरा हसन ने अपनी सूझ बूझ, कड़ी मेहनत और जनता को कनेक्ट करने की सधी हुई रणनीति से 5, 28,013 वोट हासिल कर बीजेपी और बीएसपी को करारी मात दे कर 27 साल की उम्र में इकरा हसन सांसद बन गईं...तो चलिए जानते हैं कि कौन हैं इकरा हसन जिन्होंने सपा की तरफ से कैराना लोकसभा सीट जीतकर अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया है।
इकरा की सादगी ने जीता लोगों का दिल
पिछले लोकसभा चुनावों में कैराना सीट पर भाजपा का दबदबा था लेकिन इस बार पासा पलट गया और सपा प्रत्याशी इकरा हसन ने जीत दर्ज की। दरअसल इकरा हसन ने अपनी सादगी के दम पर जनता को खुद से कनेक्ट किया। कैराना लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के बाद भी इकरा हसन लगातार जमीन पर उतर कर काम करती रहीं। वो नुक्कड़ सभाओं के जरिए प्रचार करती रही। वहीं, भाजपा उम्मीदवार प्रदीप चौधरी बड़ी रैलियों और स्टार कैंपेनर पर फोकस कर रहे थे। और यही वजह थी कि वो जनता से कट गए तो वहीं इकरा ने कैराना के लोगों से मिलकर माहौल अपने पक्ष में कर लिया।
यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से की पढ़ाई
इकरा हसन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैराना से की वहीं 12वीं उन्होंने दिल्ली के क्वींस मेरी स्कूल से किया...इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से पोस्ट ग्रैजुएशन की डिग्री हासिल की...तो वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी किया। इसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल लॉ एंड पालिटिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन...यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से किया।
18 साल की उम्र में पॉलिटिक्स में एंट्री
इकरा हसन का परिवार लंबे वक्त से राजनीति से जुड़ा रहा है। इकरा ने महज 18 साल की उम्र से ही राजनीति शुरू कर दी थी। पिछले 9 सालों से वो राजनीति से जुड़ी हुई हैं। वो अपने परिवार से लोकसभा तक का सफर तय करने वाली चौथी सदस्य हैं। इकरा के दादा चौधरी अख्तर हसन 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कैराना जीतने में कामयाब रहे थे। इकरा के पिता मुनव्वर हसन 1991 और 1993 में जनता दल के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता। 1996 के लोकसभा चुनाव में वह कैराना से सांसद बने थे। वहीं 2004 में मुजफ्फरनगर से सांसद चुने गए। 2008 में सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद उनकी पत्नी तबस्सुम हसन ने उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। 2009 में वह बसपा के टिकट पर कैराना से जीतीं। 2018 के लोकसभा उप चुनाव में भी वह जीत दर्ज करने में कामयाब रहीं थीं।
कैराना से चुनी गईं दूसरी महिला सांसद
कैराना लोकसभा सीट पर फतह हासिल करने वाली इकरा हसन दूसरी महिला सांसद हैं। इससे पहले उनकी मां तबस्सुम हसन ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। इकरा अपनी मां के नक्शेकदम पर आगे बढ़ती नजर आ रही हैं।
लोगों को जोड़ने में माहिर हैं इकरा
लंदन से पढ़ाई करने वाली इकरा हसन का मास कम्यूनिकेशन काफी स्ट्रॉन्ग है। वो लोगों को अपने साथ जोड़ने में माहिर हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान अपने भाषणों के जरिए उन्होंने कैराना के लोगों को अपना मुरीद बना लिया। हिंदी और अंग्रेजी दोनों पर कमांड रखने वाली इकरा के भाषणों की खूब तारीफ होती है।
पहली प्राथमिकता क्षेत्र का विकास
कैराना लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद इकरा ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता कैराना का विकास करना है। क्षेत्र के लोगों ने उन्हें जो प्यार दिया है, उन पर जो भरोसा जताया है, अब उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि अब हमारी बारी है, हम लोगों के हित में काम करें और किसानों की समस्याओं को संसद में उठा सकें।
विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं को पटखनी देकर इकरा हसन ने कैराना लोकसभा सीट से जीत हासिल कर ये बता दिया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में ना सिर्फ सफल हो सकती हैं बल्कि अपने परिवार की विरासत को आगे भी बढ़ा सकती हैं।