Himachal Government Floor Test : हिमाचल की कांग्रेस सरकार खतरे में, भाजपा नेता राज्यपाल से मिले
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए अपने छह विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण सत्तारूढ़ काँग्रेस की अपमानजनक हार के बाद आज यानी बुधवार को हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर गवर्नर शिव प्रताप शुक्ला से मिलने पहुंचे।
Himachal Government Floor Test : हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए अपने छह विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण सत्तारूढ़ काँग्रेस की अपमानजनक हार के बाद आज यानी बुधवार को हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर गवर्नर शिव प्रताप शुक्ला से मिलने पहुंचे। ठाकुर ने फ्लोर टेस्ट की मांग की है। अगर गवर्नर विपक्ष की मांग पर बहुमत साबित करने को कहते हैं तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू मुश्किल में पड़ सकते हैं।
राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग
बतादें कल राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों की भाजपा के पक्ष में वोटिंग के बाद हिमाचल की कांग्रेस सरकार खतरे में आ गई है। एक राज्यसभा सीट के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। छह कांग्रेसी और तीन निर्दलीय विधायकों सहित नौ विधायकों के बाद सदन में भाजपा की संख्या 25 से बढ़कर 34 हो गई।
काँग्रेस के संख्या 40 रह गई
काँग्रेस के विधायकों की संख्या 40 रह गई है। इस प्रकार 68 सदस्यीय सदन में दोनों खेमा बराबर रह गया है। राज्यसभा सीट के लिए हुए मतदान में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के हर्ष महाजन दोनों को 34-34 वोट मिले थे। हालांकि ड्रॉ के जरिए महाजन ने जीत हासिल की।
वहीं विधानसभा के कार्यक्रम के अनुसार, 2024-25 का बजट बुधवार को पारित किया जाना है। सत्र के दौरान भाजपा सदन में ध्वनि मत की बजाय मतदान की मांग करेगी, क्योंकि उसके अनुसार कांग्रेस सरकार "अल्पमत" में है।
चुनाव में हुआ बड़ा उलटफेर
एक आश्चर्यजनक उलटफेर में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह कांग्रेस विधायकों में सुधीर शर्मा (धर्मशाला) और राजिंदर राणा (सुजानपुर) शामिल थे। दोनों मंत्री पद के इच्छुक थे। उनके साथ इंद्र दत्त लखनपाल (बड़सर); रवि ठाकुर (लाहौल-स्पीति); चैतन्य शर्मा (गगरेट); और देवेंदर भुट्टो (कुटलैहड़) ने भी भाजपा के पक्ष में वोट किया। कांग्रेस ने क्रॉस वोटिंग से पैदा संकट को सुलझाने के लिए मंगलवार देर रात अपने वरिष्ठ नेताओं भूपिंदर सिंह हुड्डा और डी.के. शिवकुमार को शिमला भेजा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ मतदान
संभावना है कि कम से कम चार से पांच और कांग्रेस विधायक बजट पारित होने पर मतदान के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ मतदान करेंगे क्योंकि वे उनकी टकराववादी शैली और विधायकों को विश्वास में लेने में असमर्थता से नाराज हैं।