Gujarat building collapse : सूरत में इमारत ढहने से 7 लोगों की मौत, बचाव अभियान जारी

गुजरात के सूरत शहर में शनिवार दोपहर छह मंजिला आवासीय इमारत (Surat building collapse) ढह गई। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।

Gujarat building collapse : सूरत में इमारत ढहने से 7 लोगों की मौत, बचाव अभियान जारी

Gujarat building collapse : गुजरात के सूरत शहर में शनिवार दोपहर छह मंजिला आवासीय इमारत (Surat building collapse) ढह गई। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। सूरत के पुलिस आयुक्त (Surat Police Commissioner) अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि "इमारत ढहने के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया, एक महिला को सुरक्षित बचा लिया गया है। पूरी रात चले बचाव अभियान में सात लोगों के शव निकाले गए हैं, पुलिस ने (Gujarat Police) उन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।"

और भी लोगों के फंसे होने की आशंका

अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से बरामद किया गया पहला शव 25 वर्षीय एक व्यक्ति का था। बचाई गई महिला कशिश शर्मा (23) को न्यू सिविल अस्पताल (New Civil Hospital Surat) ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है।  एसडीआरएफ (Gujarat SDRF) और एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) की टीमों द्वारा बचाव अभियान जारी है। एक व्यक्ति घायल है और उसे बचा लिया गया है। इमारत के अंदर के 30 फ्लैटों में से 4-5 फ्लैटों में लोग रहते थे और घटना के समय बाकी खाली थे। पुलिस ने बताया कि यह घटना सचिन पाली गांव के डीएन नगर सोसायटी में शनिवार को दोपहर करीब 3 बजे हुई।

इमारत के कुल 30 घरों में से लगभग पांच में लोग रहते थे

सूरत पुलिस आयुक्त (IPS Anupam Singh Gehlot) अनुपम गहलोत के अनुसार, इमारत के कुल 30 घरों में से लगभग पांच में लोग रहते थे। बताया जाता है कि उनमें से ज्यादातर सचिन जीआईडीसी की फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर थे जो वहां किराए पर रहते थे। अनुपम गहलोत ने रविवार सुबह बताया कि एनडीआरएफ और स्थानीय अग्निशमन विभाग (Gujarat Fire Department) सहित बचाव दल मलबा हटा रहे हैं। अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग अभी भी फंसे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इमारत का निर्माण 2017-18 में किया गया था। इसके जर्जर होने के चलते सूरत महानगर पालिका ने इसे खाली करने के आदेश भी दिए थे। इमारत में रहने वाले ज्यादातर लोगों ने इसे खाली कर दिया था, लेकिन अभी भी 5 से 6 परिवार वहां रह रहे थे। बताया जा रहा है कि इमारत का मालिक विदेश में रहता है।