Jammu Kashmir Doda Encounter: जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों और सेना के बीच एनकाउंटर, आर्मी कैप्टन शहीद

जम्मू-कश्मीर के डोडा में बुधवार (14 अगस्त) को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में सेना के अधिकारी शहीद हो गए। वहीं खबर है कि इस एनकाउंटर में सेना ने 4 आतंकियों को भी मार गिराया है।

Jammu Kashmir Doda Encounter: जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों और सेना के बीच एनकाउंटर, आर्मी कैप्टन शहीद

Jammu Kashmir Doda Encounter: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के डोडा (Doda) में बुधवार (14 अगस्त) को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में सेना के अधिकारी शहीद हो गए। वहीं खबर है कि इस एनकाउंटर में सेना ने 4 आतंकियों को भी मार गिराया है। 

दरअसल, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेना एंटी-टेरर ऑपरेशन (anti-terror operation) चला रही है। डोडा में असार फॉरेस्ट एरिया में चल रहे एनकाउंटर को कैप्टन दीपक सिंह टीम को लीड कर रहे थे। 48 राष्ट्रीय राइफल (48 Rashtriya Rifles) से जुड़े हैं। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस फायरिंग में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। 

मौके पर खून से सने 4 बैग मिले

जानकारी के मुताबिक, सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ वाली जगह से खून से सने 4 बैग बरामद किए गए हैं, जिससे ये आशंका जताई जा रही है कि जैश के 4 आतंकियों का समूह गंभीर रूप से घायल हो गया है। लेकिन, जब तक शव नहीं बरामद होते, तब तक उनके मारे जाने की पुष्टि नहीं हो सकती। सेना के मुताबिक, डोडा में एनकाउंटर अभी जारी है। 16 जुलाई को भी डोडा के डेसा इलाके में मुठभेड़ के दौरान एक कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हुए थे।

जम्मू-कश्मीर में सेना हाई अलर्ट 

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) से पहले जम्मू-कश्मीर में सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू में 3000 से ज्यादा सेना के जवान और बीएसएफ के 2000 जवान तैनात किए गए हैं। वहीं आतंकवाद से निपटने के लिए असम राइफल्स के करीब 1500 से 2000 जवान भी तैनात किए गए हैं।

बीते 30 दिन में डोडा में दूसरा हमला

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में यह पिछले 30 दिन में दूसरा हमला है। इससे पहले 15 जुलाई की रात को डेसा फॉरेस्ट एरिया (Desa Forest Area) में आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई थी। इस एनकाउंटर में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ने ली थी।