UP News: देश के विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार- सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जो किसी युग में नहीं हुआ, वह कांग्रेस की सत्ता के लालच में हुआ। जिसने स्वतंत्र भारत को ऐसा नासूर दे दिया, जिसका दंश आज भी भारत आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद के रूप में झेल रहा है।
UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा है कि जो किसी युग में नहीं हुआ, वह कांग्रेस की सत्ता के लालच में हुआ। जिसने स्वतंत्र भारत को ऐसा नासूर दे दिया, जिसका दंश आज भी भारत आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद के रूप में झेल रहा है। सीएम योगी ने बात लोकभवन में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर कही।
फिल्म के जरिए दिखाया गया आमजन का दर्द- सीएम योगी
विभाजन विभीषिका पर आधारित लघु फिल्म के जरिए आमजन का दर्द दिखाया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि यदि तत्कालीन राजनीतिक नेतृत्व ने दृढ़ता का परिचय दिया होता तो दुनिया की कोई ताकत इस अप्राकृतिक विभाजन को मूर्त रूप नहीं दे पाती। देश की सत्ता प्राप्त करने के लिए कांग्रेस ने देश को दांव पर लगा दिया। 1947 और इसके बाद से यह लगातार हो रहा है। जब भी इनके हाथ में सत्ता आई, इन लोगों ने देश की कीमत पर राजनीति की। इसकी कीमत जनता को लंबे समय तक चुकानी पड़ी है। विभाजन की दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी हम सबको उन्हीं गलतियों की परिमार्जन की तरफ ध्यान आकृष्ट करती है।
16वीं सदी तक दुनिया में अग्रणी था भारत का वैभव- सीएम योगी
सीएम योगी ने आगे कहा कि भारत बल-बुद्धि, विद्या में दुनिया का नेतृत्व करने का सामर्थ्य रखता था। 16वीं सदी तक भारत का वैभव दुनिया में अग्रणी था। दुनिया की अर्थव्यवस्था के आधे भाग का नेतृत्व अकेले भारत करता था। यह तब था, जब देश कई सौ वर्षों तक लगातार विदेशी आक्रांताओं के आक्रमण को झेल रहा था। 14 अगस्त 1947 को देश के विभाजन की त्रासदी हो रही थी। 15 अगस्त 1947 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Former Prime Minister Jawahar Lal Nehru) द्वारा तिरंगा फहराकर कांग्रेस नेता आजादी का जश्न मना रहे थे, तब लाखों लोग अपनी मातृभूमि व परिवार को छोड़ने को मजबूर हो रहे थे। उस समय के अमानवीय अत्याचार किसी से छिपे नहीं हैं। दुनिया का सबसे समृद्धतम देश 1947 तक आते-आते दरिद्र देश में बदल गया। हमारी कुछ कमजोरियों ने आक्रांताओं को देश के अंदर आक्रमण करने के लिए स्थान दिया।
आज इतिहास के काले अध्यायों को याद कर रहा देश
उन्होंने कहा कि देश इतिहास के काले अध्यायों को स्मरण कर रहा है। आखिर क्या कारण था कि हजारों हजार वर्षों से सनातन राष्ट्र भारत गुलाम हुआ। विदेशी आक्रांताओं ने यहां की परंपरा-संस्कृति को रौंदा और देश को गुलाम बनाया। क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को स्वतंत्र कराने की दिशा में विदेशी हुकूमत को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आजादी की लड़ाई लड़ी थी। जब उसकी पूर्णता का समय आया तो इस सनातन राष्ट्र को विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा।