Cervical Cancer Vaccine: क्या है Cervical Cancer और कहां लगवा सकते है ये फ्री वैक्सीन?
महिलाओं में होने वाली एक खतरनाक बीमारी सर्वाइकल कैंसर जिससे हर साल काफी संख्या में महिलाएं अपनी जान गवां देती हैं। सर्वाइकल कैंसर यानी गर्भाशय का कैंसर, जिसके होने का पता तुरंत नहीं चल पाता।यही कारण है कि भारत सरकार सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर जोर दे रही है।
Cervical Cancer : बिजी शेड्यूल, खाने पीने में लापरवाही और समय के साथ बदलती लाइफस्टाइल हमारी जिंदगी को कुछ इस तरह इफेक्ट कर रही है जिससे कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर में डेवलप हो जाती है। जिसका हमें पता ही नहीं चलता और जब पता चलता है तो काफी देर हो चुकी होती हैं। इन्ही बीमारियों में से एक है महिलाओं में होने वाली एक खतरनाक बीमारी सर्वाइकल कैंसर जिससे हर साल काफी संख्या में महिलाएं अपनी जान गवां देती हैं। सर्वाइकल कैंसर यानी गर्भाशय का कैंसर, जिसके होने का पता तुरंत नहीं चल पाता।यही कारण है कि भारत सरकार सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर जोर दे रही है। हालांकि, आज भी देश में सर्वाइकल कैंसर और इसकी वैक्सीन को लेकर जानकारी की कमी है, तो आज हम सबसे पहले आपको बतायेंगे कि सर्वाइकल कैंसर होता क्या है।
क्या होता है सर्वाइकल कैंसर?
दरअसल सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय यानि यूट्रस में होने वाला कैंसर है (Cervical cancer is cancer that occurs in the uterus) जो ग्रीवा या सर्विकल सेल्स में शुरू होता है। गर्भाशय ग्रीवा यानी गर्भ का निचला हिस्सा होता है जो गर्भ को जन्म नलिका से जोड़ती है। सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। शुरुआत में इसके सिमटम्स सामने नहीं आते। यही वजह है कि इसे जल्द पहचानना मुश्किल होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिकजब महिलाओं के यूट्रस का हिस्सा सर्विक्स में सेल्स के रूप में अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं तब सर्वाइकल कैंसर होता है।
किन कारणों से होता है सर्वाइकल कैसर?
- सर्वाइकल कैंसर होने की मुख्य वजह है ह्यूमन पैपिलोमावायरस यानि HPV
- जो सेक्सुएल रिलेशन बनाने के दौरान वेजाइनल, एनल और ओरल से फैलता है
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से
- एक से ज्यादा पार्टनर के साथ सेक्सुएल रिलेशन से फैलता है।
- इम्यूनिटी कमजोर होने कैंसर का रिस्क ज्यादा होता है।
- गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से फैलता है।
यह जरूरी नहीं कि जिस महिला में एचपीवी वायरस (hpv virus) है उसे सर्वाइकल कैंसर हो ही जाएगा।लेकिन अगर सही समय पर एचपीवी वैक्सीन (hpv vaccine) लगवा ली जाए तो काफी हद तक इस कैंसर से बचाव मुमकिन है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर के लक्षण?
- सेक्स के दौरान दर्द, खून बहना
- पीरियड्स के बाद भी ब्लीडिंग
- मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग
- तेज गंध के साथ योनि से स्राव होना
- पैरों में स्वेलिंग होना
- अगर आपके शरीर में इस तरह के सिमट्मस नजर आ रहे हैं तो आपको सतर्क होने के साथ जल्द से जल्द जांच कराने की जरुरत है।
कब लगवाएं सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन
गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार सर्वाइकल कैंसर से अगर बचना है तो वैक्सीन लगवानी जरूरी है, वैक्सीनेशन से इस कैंसर के होने का रिस्क 70-80 फीसदी तक कम किया जा सकता है। वैक्सीन लगवाने की सही उम्र 9 से 14 साल तक है। हालांकि, 26 साल तक ये वैक्सीन लगवाई जा सकती है। मतलब सेक्शुअली एक्टिव होने से पहले सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवानी चाहिए। वहीं एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि 26 साल के बाद भी महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवा सकती है। इस उम्र में भी ये वैक्सीन एचपीवी वायरस के कई स्ट्रेन से बचाने में सक्षम होती है।
कहां लगवा सकती हैं सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन ज्यादातर अस्पतालों में उपलब्ध होती है। वर्तमान में इस वैक्सीन की कीमत 2,000 से लेकर 5,000 रुपए तक है, लेकिन जल्द ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लॉन्च करने जा रहा है, जिसके बाद ये काफी कम कीमत पर उपलब्ध हो सकेगी।