BENEFITS OF AJWAIN POTLI: अजवाइन की पोटली है नवजात शिशुओं को सर्दी-जुकाम में रामबाण, जानें कैसे करे उपयोग
शिशु को जुकाम होने पर कौनसे घरेलू नुस्खों को प्रयोग करे, ऐसे में हमें अजवाइन का ख्याल आता है। अजवाइन पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
BENEFITS OF AJWAIN POTLI: बदलते मौसम और ठण्ड की वजहसे सर्दी जुकाम होना आम बात हो जाती है। ऐसे में मन में सवाल आता है, कि यदि सर्दी-जुकाम या खांसी से ग्रस्त व्यक्ति छोटे बच्चे के पास छींकता, खांसता या बात करता है, तो उससे बच्चे को भी संक्रमण हो सकता है। खासकर तब जब वो 0-6 महीने के होते हैं। शिशुओं की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है और इसलिए उन्हें आसानी से सर्दी खांसी और जुकाम हो जाता है।
शिशु को जुकाम होने पर कौनसे घरेलू नुस्खों को प्रयोग करे, ऐसे में हमें अजवाइन का ख्याल आता है। अजवाइन पोषक तत्वों से भरपूर होती है। जिसमें एंटीसेप्टिक और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसलिए आप ऐसी स्थिति में घरेलू नुस्खे अपना कर अपने शिशुओं को सर्दी जुकाम से राहत दिला सकते हैं।
अजवाइन के फायदे
अजवाइन का उपयोग करके बच्चों से लेकर बड़े, बूढ़े सभी को सेहत लाभ मिलता है। ये खाने का जायका भी बढ़ता है और साथ ही साथ अजवाइन से स्वास्थय लाभ भी मिलता है। अजवाइन बहुत सी स्मस्यों में लाभ पहुँचाता है। जैसे : दंत स्वास्थ्य ,पेट का संक्रमण,अस्थमा या दमा रोग,पाचन शक्ति, हाइपरटेंशन ,हाइपरलिपिडिमिया आदि ।
अजवाइन की पोटली कैसे बनाएं ?
अजवाइन की पोटली बनाने के लिए एक तवा को अच्छे से गर्म कर लें। गर्म होने पर तवे पर एक चम्मच अजवाइन डालें। अजवाइन को चारों तरफ से सेकें। जैसे ही अजवाइन सिकने लगे, इसकी खूशबू चारों तरफ फैल जाएगी। अब एक कॉटन के कपड़े में इस अजवाइन को रखें और कपड़े पर गांठ लगा लें। आपकी अजवाइन की पोटली तैयार है। ध्यान रखें पोटली बनाने के लिए कॉटन के कपड़े का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
अजवाइन की पोटली के फायदे
- अजवाइन पोषक तत्वों से भरपूर होती है। अजवाइन में एंटीसेप्टिक और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो आपको रोगों से बचाने में मदद करते हैं।
- अजवाइन में भरपूर मात्रा में फाइबर, मिनरल्स और विटामिन्स मौजूद होते हैं, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
- मॉनसून के मौसम में अधिकतर लोगों को सर्दी, खांसी और जुकाम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप घर में अजवाइन की पोटली बनाकर इन रोगों से छुटकारा पा सकते हैं।
- आप अजवाइन की पोटली से गले की सिकाई कर सकते हैं, इससे आपको गले के दर्द में आराम मिलेगा
- अगर आपको बुखार है, तो भी अजवाइन की पोटली का इस्तेमाल किया जा सकता है। बुखार या सिरदर्द होने पर आप इस पोटली को फोरहेड के पास या फिर दोनों आईब्रो के बीज सिकाई कर सकते हैं।
- नाक बंद होने की स्थिति में भी अजवाइन की पोटली का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप इस पोटली को नाक पर लगाएं।
अजवाइन की पोटली को बड़े भी कर सकते है, इस तरह से इस्तेमाल
- सबसे पहले एक तावा लें और उसे कम से कम 5 से 7 मिनट तक अच्छी तरह गर्म होने दें। तावे को गर्म करके पोटली को उस पर रखें।
- अजवाइन की गर्म पोटली से फोरहेड के पास दोनों आइब्रो के बीच की जगह पर सिकाई करें।
- अगले पोजीशन में अजवाइन की पोटली को नाक के पास ले जाएं और उसे गहरी सांस लेते हुए अंदर की ओर खींचे।
- आखिर में गर्म पोटली से अपने गर्दन और चेस्ट की सिकाई करें।