Narcissistic Personality Disorder : जानें क्या है नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर, हो जाए सावधान वरना हो सकता है भारी नुकसान

नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से ग्रस्त व्यक्ति दूसरों से ईर्ष्या करने लगते हैं और अपने मन में यह भ्रम पाल लेते हैं कि दूसरे उससे  ईर्ष्या करते हैं। नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर में पीड़ित व्यक्ति का स्वभाव घमंडी और ढिठ हो जाता है,

Narcissistic Personality Disorder : जानें क्या है नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर, हो  जाए सावधान वरना हो सकता है भारी नुकसान
Narcissistic Personality Disorder : नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (Narcissistic Personality Disorder ) एक तरह का मानसिक रोग (mental illness) है। इसे NPD के नाम से भी जाना जाता है। आजकल सबकुछ पाने की चाह और ज़िंदगी में पीछे न छूट जाएं इस बात का डर लोगों को खासा परेशान करता है। इसका असर जीवन के साथ-साथ दिमाग पर भी पड़ता है, मानसिक समस्याओं से पीड़ित लोग कई तरह के पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से ग्रस्त हो सकते हैं,जिनमें से एक है, नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर ।
इस बीमारी में लोग खुद के लिए अपनी एक अलग दुनिया बना लेते हैं। इस समस्या से जूझ रहे लोगों का खुद के इमोशंस पर काबू कर पाना बेहद मुश्किल होता है। इससे जूझ रहे लोग खुद पर अधिक से अधिक ध्यान देने की ललक पैदा कर लेते हैं। नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से ग्रस्त व्यक्ति दूसरों से ईर्ष्या करने लगते हैं और अपने मन में यह भ्रम पाल लेते हैं कि दूसरे उससे  ईर्ष्या करते हैं। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का स्वभाव घमंडी और ढिठ हो जाता है, उनमें दूसरों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं होती है। नार्सिसिस्ट बीमारी व्यक्ति के स्वभाव को पूरी तरह बदल सकती है।
क्या है नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर
साइकोलॉजिस्ट (Psychologist) की मानें तो यह एक तरह का साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर (psychological disorder) है। इस समस्या में व्यक्ति खुद को आत्मकेंद्रित समझता है। वह अपने आप को सबसे सर्वोत्तम मान लेता है। वैसे तो इंसान अपनी मर्जी का मालिक होता है। लेकिन इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति दूसरों से भी अपनी बात मनवाना चाहते हैं और अगर कोई उनके खिलाफ काम करता है तो इससे इनकी ईगो सेटिस्फाई नहीं होती। इन्हें दूसरों का सलाह देना पसंद नहीं है। यह हमेशा अपनी प्रशंसा सुनना चाहते हैं। अपनी जरा-सी भी आलोचना इन्हें ठेस पहुंचाती है। ऐसी शख्सियत वाले लोग दूसरों के सामने अपनी इमेज को लेकर काफी सतर्क और सजग रहते हैं।
क्या है इसके लक्षण
  • बेहद अहंकारी स्वभाव का होना
  • अपनी तारीफ सुनने का भूखा होना
  • दूसरों से जलना, मन में ईर्ष्या की भावना लाना 
  • खुद को सर्वोत्तम मानना कैसे पनपती है समस्या
  • दूसरों की नहीं सुनना, हर वक्त अपनी मर्जी करना
  • दूसरों का इस्तेमाल अपने फासदे के लिए करना
  • दूसरों से अपेक्षा करना कि वह केवल आपकी सुनें
कैसे पनपती है ये समस्या
इस बीमारी के लक्षण शुरुआत में ज्यादा नहीं दिखते। लेकिन 1 साल के अंदर यह बीमारी अपनी जड़ें काफी मजबूत कर लेती है। जेनेटिक, सोशल या साइकोलॉजिक कारणों से व्यक्ति इस अवस्था में पहुंच जाता है। बचपन में परवरिश अच्छी न मिलने के कारण, आसपास के माहौल में तनाव होने के कारण या जरूरत से ज्यादा प्यार मिलने के कारण यह समस्या हो सकती है। सही समय पर सही उपचार दिया जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है।
नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से बचने के उपाए
  • आप लोगों से मिलना-जुलना और बातचीत जारी रखें। इससे आपके भाव सकारात्मक हो सकते हैं औ  स्थिति में सुधार देखा जा सकता है।
  • आपको अपनी पारिवारिक रिश्तों पर अधिक ध्यान देना चाहिए, परिवार के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं।
  • अपनी क्षमता और ताकत को पहचानने के साथ अपनी असफलताओं और आलोचनाओं को स्वीकार करें।
  • अपने आसपास सहकर्मियों और साथियों के साथ बातचीत और काम में बढ़कर सहयोग करें।
  • अपनी भावनाओं को समझें और उनका सम्मान करें।
इस तरह की पर्सनैलिटी डिसऑर्डर में अपनी रूटीन और डाइट पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत होती है, ऐसे में आपको हर प्रकार के ड्रग्स और नियमित रूप से योगाभ्यास और एक्सरसाइज  करने से मन को शांति और एकाग्रता मिलती है।