Bangladesh News: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार, हिंदू शिक्षकों से जबरन लिया जा रहा इस्तीफा
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बने एक महीना पूरा होने वाला है। लेकिन, देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। अब देश में अल्पसंख्यक विशेष रूप से हिंदुओं की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
Bangladesh News: बांग्लादेश (Bangladesh) में अंतरिम सरकार बने एक महीना पूरा होने वाला है। लेकिन, देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। अब देश में अल्पसंख्यक विशेष रूप से हिंदुओं की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पहले शेख हसीना सरकार (sheikh hasina government) के पतन के बाद, हिंदू समुदाय (Hindu Community) के लोगों पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई थीं। वहीं अब ख़बर आ रही है कि हिंदू समुदाय के लोगों को सरकारी नौकरियों से इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। 5 अगस्त के बाद बांग्लादेश (Bangladesh) में अब तक लगभग 50 हिंदू शिक्षकों को इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर किया गया है।
'बांग्लादेश छात्र एक्य परिषद' ने किया खुलासा
यह खुलासा बांग्लादेशी हिंदू-बौद्ध-ईसाई एक्य परिषद (Bangladeshi Hindu-Buddhist-Christian Unity Council) की छात्र शाखा 'बांग्लादेश छात्र एक्य परिषद' (bangladesh student union council) ने किया है। 31 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छात्र शाखा ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के अफसरों को सरकारी नौकरियों से इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। संगठन के कॉर्डिनेटर साजिब सरकार ने कहा कि हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों को लूटपाट, महिलाओं पर हमलों, मंदिरों में तोड़फोड़, घरों और दुकानों में आगजनी और हत्याओं का सामना करना पड़ा है। वहीं इस बीच सरकारी बकरगंज कॉलेज (Government Bakarganj College) की प्रिंसिपल शुक्ला रॉय (Principal Shukla Roy) की इस्तीफा देते हुए फोटो भी सामने आई है। 29 अगस्त को छात्रों और बाहरी लोगों की भीड़ ने उनके ऑफ़िस पर धावा बोल दिया और उनसे इस्तीफ़े की मांग की। जिसके बाद शुक्ला रानी को इस्तीफ़ा देना पड़ा। उनसे एक सादे कागज पर ‘मैं इस्तीफा देती हूं’ सिर्फ इतना ही लिखवाकर इस्तीफा ले लिया गया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
बांग्लादेश में असुरक्षित महसूस कर रहे हिंदू शिक्षक
बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों के जबरन इस्तीफा की खबरों पर काजी नजरूल विश्वविद्यालय (Kazi Nazrul University) में लोक प्रशासन और गवर्नेंस स्टडीज विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर संजय कुमार मुखर्जी ने मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा कि– दादा मैं संजय मुखर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर, लोक प्रशासन और गवर्नेंस स्टडीज विभाग, नजरूल विश्वविद्यालय बांग्लादेश हूं। मुझे विभाग अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया और इस समय बहुत ही असुरक्षित महसूस कर रहा हूं।
लेखिका तस्लीमा नसरीन ने जाहिर की चिंता
In Bangladesh,teachers are forced to resign.Journos, ministers,officials of the former govt are getting killed, harassed,imprisoned. GenZ burned down industries of Ahmadi Muslims.Mazars & dargahs of Sufi Muslims are demolished by Islamic terrorists. Yunus says nothing against it. — taslima nasreen (@taslimanasreen) September 1, 2024
वहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर देश से निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन (Exiled writer Taslima Nasreen) ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने पर एक्स पर लिखा कि, बांग्लादेश में हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं। शिक्षकों को जबरन इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पत्रकार, मंत्री, और पूर्व सरकार के अधिकारियों को मारा जा रहा है, प्रताड़ित किया जा रहा है, और जेल में डाला जा रहा है। जनरेशन ज़ी ने अहमदी मुसलमानों के उद्योगों को जला दिया है, और सूफी मुसलमानों की मजारें और दरगाहें इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा ध्वस्त की जा रही हैं। वहीं इस बीच देश में अंतरिम सरकार बनाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस चुप हैं। उनकी तरफ से कोई भी बयान अभी सामने नहीं आया है।