Anant Chaturdashi: 28 सितंबर को गणेश उत्सव का अंतिम दिन, घर पर ही करें मूर्ति विसर्जन
Anant Chaturdashi: अभी गणेश चतुर्थी का उत्सव चल रहा है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का अंतिम दिन गुरुवार यानि 28 सिंतबर को हैं। पांचांग के अनुसार 28 सितंबर को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है। जिसे अनंत चतुर्दशी कहा जाता है।
Anant Chaturdashi:अभी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का उत्सव चल रहा है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का अंतिम दिन गुरुवार यानि 28 सिंतबर को हैं। पांचांग के अनुसार 28 सितंबर को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है। जिसे अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। जिन लोगों ने गणेश मूर्ति की स्थापना की है। वो अनंत चतुर्दशी Anant Chaturdashi) के दिन प्रतिमा का विसर्जन करते हैं। गणेश जी की मिट्टी की प्रतिमा का विसर्जन घर में ही किया जा सकता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार घर में ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन किसी साफ बर्तन में करें और फिर ये पानी अपने घर के गमलों में डाल सकते हैं। नदी-तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन करते समय अधिकतर लोग हार-फूल भी पानी में बहा देते हैं। प्रतिमाओं और हार-फूल की वजह से नदी-तालाब का पानी प्रदूषित हो जाता है। इसलिए घर में ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन करना श्रेष्ठ है।
अनंत चतुर्दशी पर ऐसे करें गणेश जी की पूजा
जिस दिन अनंत चतुर्दथी है...उस दिन प्रात: जल्दी उठकर स्नान करें। फिर मिट्टी से बनी गणेश मूर्ति की पूजा करें। गणेश जी को जल-दूध और पंचामृत छिड़कें। इसके बाद जनेऊ पहनाएं। अबीर, गुलाल, चंदन, सिंदूर, इत्र और चावल अर्पित करें। फिर गणेश मंत्र का उच्चारण करते हुए दूर्वा की 21 गांठें भगवान को चढ़ाएं। लड्डुओं का भोग लगाएं। कपूर जलाएं और आरती करें। पूजा के अंत में भगवान से जानी-अनजानी गलतियों के लिए क्षमा मांगे। लोगों में प्रसाद वितरण करें। और खुद भी प्रसाद ग्रहण करें।
घर पर ऐसे करें मूर्ति विसर्जन
गणेश जी की पूजा के बाद घर में साफ बर्तन में शुद्ध पानी भरें और उस पानी में गणेश प्रतिमा विसर्जित करें। कुछ ही देर में मिट्टी की प्रतिमा गल जाएगी। जब प्रतिमा पूरी तरह से गल जाए तो ये मिट्टी और पानी घर के गमले में डाल दें।