Y Chromosome:दुनिया से विलुप्त हो जायेंगे लड़के,पुरुषों में पाए जाने वाला Y क्रोमोसोम हो रहा है गायब

आने वाले समय में पुरूषों की संख्या कम हो जाएगी। जी हां आपने एकदम सही पढ़ा, पुरूषों की संख्या कम होने का कारण ये है कि, पुरूषों वाला Y क्रोमोसोम धीरे-धीरे कम हो रहा है और एक वक्त ऐसा आएगा जब यह पूरी तरह खत्म हो जाएगा।

Y Chromosome:दुनिया से विलुप्त हो जायेंगे लड़के,पुरुषों में पाए जाने वाला Y क्रोमोसोम हो रहा है गायब

Y Chromosome: दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों में भारत सबसे पहले नंबर पर है। वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्टस(World Population Prospectus) 2024 की रिपोर्ट के अनुसार भारत की जनसंख्या 145 करोड़ होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि दस साल पहले भारत करीब 131 करोड़ की आबादी वाला देश था। जिसमें पुरूषों की संख्या कुल 51.6 प्रतिशत और महिलाओं कि संख्या कुल 48.4 प्रतिशत है। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि, आने वाले समय में पुरूषों की संख्या कम हो जाएगी। जी हां आपने एकदम सही पढ़ा, पुरूषों की संख्या कम होने का कारण ये है कि, पुरूषों वाला Y क्रोमोसोम(Y chromosome) धीरे-धीरे कम हो रहा है और एक वक्त ऐसा आएगा जब यह पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इस शोध के नतीजों ने मनुष्यों के प्रजनन के भविष्य को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं। संभवता कि एक वक्त ऐसा आएगा जब पूरी दुनिया में केवल और केवल लड़कियां ही पैदा होने लगेंगी। ये खतरा तब तक बना रहेगा जब तक कि कोई नया सेक्स निर्धारण करने वाला जीन विकसित नहीं हो जाता है। 

कैसे डिसाइड होता है जेडेंर ? 

महिलाओं में 2 X क्रोमोसोम होते हैं। जबकि पुरुष में एक X और एक Y क्रोमोसोम होते हैं। जब एग और स्पर्म में फ्यूजन होता है। फिर SRY जीन होता है। तब भ्रूण पुरुष होता है। प्रेग्नेंसी के लगभग 12 सप्ताह के बाद SRY जीन एक्टिव होता है। जिसे देखकर पता लगा सकते हैं कि भ्रूण में पल रहा बच्चा पुरुष है या महिला। जो पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन प्रोड्यूस करता है वह बच्चा पुरुष के रूप में जन्म लेता है। 

प्रोफेसर जेनी ग्रेव्स ने किया खुलासा 

जेनेटिक्स की विशेषज्ञ, प्रोफेसर जेनी ग्रेव्स(Professor Jenny Graves), बताती हैं कि वाई क्रोमोसोम का आकार छोटा होना कोई नई बात नहीं है। उन्होंने आगे कहा, "एक नया सेक्स-डिटरमिनिंग जीन(Sex-Determining Genes) विकसित होने से खतरे भी हो सकते हैं। हो सकता है दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह के सेक्स-डिटरमिनिंग जीन विकसित हो जाएं।" वहीं अगर ऐसा हुआ तो 11 करोड़ साल बाद धरती पर या तो इंसान बचेगें ही नहीं या फिर कई अलग-अलग तरह के इंसान पाए जाएं, जिनमें पुरूष और महिला होने का तरीका बिल्कुल अलग होगा।