Best to walk: डायबिटीज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, मोटापा और डिप्रेशन का खतरा हो सकता है कम, हर रोज चलें इतने कदम
एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि एक हफ्ते में कम से कम तीन बार 5000 कदम से ज्यादा चलने वालों की जिंदगी खुशहाल और लंबी हो सकती है!
Best to walk: एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि एक हफ्ते में कम से कम तीन बार 5000 कदम से ज्यादा चलने वालों की जिंदगी खुशहाल और लंबी हो सकती है! इससे लाइफस्टाइल (lifestyle) संबंधी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, मोटापा, डिप्रेशन समेत कई दिक्कतों से भी बचा जा सकता है।
अच्छी सेहत रखने के लिए कितने कदम जरूरी?
स्वस्थ रहने के लिए मेहनत करने का इरादा तो हर किसी के मन में पनपता है, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में समय की बड़ी मार है। इन तमाम चुनौतियों का रामबाण इलाज है पैदल चलना। मॉर्डन युग में अब ज्यादातर लोगों के हाथ में स्मार्ट वॉच पहनने का चलन है। इसके कई फायदे हैं, ये समय दिखाने के अलावा पल्स रेट से लेकर आपने पूरे दिन में कितने कदम चले इसका हिसाब भी रखती है। जिसे देख कर लोग तसल्ली से कहते हैं चलो इतने स्टेप्स (कदम) तो पूरे हुए। फिर भी अच्छी सेहत रखने के लिए कितने कदम चलने चाहिए। इसे लेकर हमेशा बहस होती रही है। एक दिन में 10 हजार कदम चलना बेस्ट माना गया है, लेकिन उम्र के हिसाब से हर किसी के लिए कदमों की संख्या अलग-अलग है।
तीन साल तक बढ़ सकती है उम्र
कुछ महीने पहले लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (London School of Economics) की एक शोध से पता चला कि दो साल तक प्रति सप्ताह तीन बार कम से कम 5,000 कदम चलने की आदत को बनाए रखने वाले शख्स की उम्र तीन साल और बढ़ सकती है। इतना ही नहीं इससे वर्कआउट (workout) से जुड़े एक्स्ट्रा खर्चे में भी लगभग 13% तक की कमी आ सकती है।
रोजाना पैदल चलने के फायदे
रोजाना पैदल चलने से कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे कि शरीर एक्टिव रहता है और हम दिनभर के कामों को आसानी से कर पाते हैं। पैदल चलने से हृदय गति में सुधार होता है और रक्तचाप भी कम होता है। जोड़ों के दर्द में आराम भी मिलता है। पैदल चलने से चिंता और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं में भी काफी हद तक राहत मिलती है।