Minimalist Lifestyle: मिनिमलिस्ट होने का सरल तरीका, सादा जीवन उच्च विचार

आजकल की तेज-तर्रार और व्यस्त जीवनशैली में मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल (Minimalist Lifestyle) को अपनाना कई लोगों के लिए सुख और शांति का मार्ग बन गया है। मिनिमलिस्ट का अर्थ है अपने जीवन से नॉन यूजफुल चीजों जैसे- ज्यादा कपड़े, विचारों और कामों को हटाना और केवल उन्हीं को अपनी जिंदगी में जगह देना जो वास्तव में जरुरी और कीमती हों। 

Minimalist Lifestyle: मिनिमलिस्ट होने का सरल तरीका, सादा जीवन उच्च विचार

Minimalist Lifestyle: आजकल की तेज-तर्रार और व्यस्त जीवनशैली में मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल (Minimalist Lifestyle) को अपनाना कई लोगों के लिए सुख और शांति का मार्ग बन गया है। मिनिमलिस्ट का अर्थ है अपने जीवन से नॉन यूजफुल चीजों जैसे- ज्यादा कपड़े, विचारों और कामों को हटाना और केवल उन्हीं को अपनी जिंदगी में जगह देना जो वास्तव में जरुरी और कीमती हों। 

ऐसे ही एक जानी मानी पद्मश्री सुधा मूर्ति (Renowned Padmashree Sudha Murthy) खुद 775 करोड़ की संपत्ति की मालिक हैं। लेकिन उनका सादगी के साथ जीवन जीने का तरीका हर किसी का दिल जीत लेता है। सुधा मूर्ति और उनके पति इंफोसिस कंपनी के पूर्व डायरेक्टर नारायण मूर्ति (Narayan Murthy, former director of Infosys company) अपने सादा जीवन और उच्च विचारों के लिए जाने जाते हैं। करोड़ों के मालिक होने के बावजूद वे सरल जीवन जीने में यकीन रखते हैं। 

मीडिया रिपोर्टस के साथ एक इंटरव्यू में सुधा मूर्ति ने बताया, "ऐसा मानना है कि जब आप काशी जाते हैं, तो आपको अपनी कोई एक पसंदीदा चीज छोड़ देनी चाहिए। मुझे शॉपिंग करना बहुत पसंद था, इसलिए मैंने गंगा से वादा किया था कि मैं जीवन भर शॉपिंग नहीं करूंगी।"

तो आज हम लोंग बतायेंगे कि कैसे मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल को आप अपने रोज के लाइफस्टाइल में आसानी से अपना सकते हैं। 

मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल क्या होता है?

अपनी लाइफस्टाइल को सरल और सौम्य तरीके से जीने को मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल कहा जाता है। मिनिमलिस्ट का अर्थ है कम समानों में जिंदगी को गुजारना । सादा जीवन उच्च विचार ही लाइफ को सरल बनाता है। कम बोलना, कम चीजों में इन्वोल्व होना, जरूरी चीजों में इन्वेस्ट करना ये सब मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल का एक अंश है मिनिमलिस्टिक लाइफस्टाइल जीने के लाभ हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन कई लोगों को लगता है कि इससे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से जगह बनाने में मदद मिलती है। कुछ लोगों को ज्यादा अव्यवस्था से चिंता हो सकती है, इसलिए मिनिमलिस्टिक जीवनशैली अपनाने से कुछ हद तक इससे राहत मिल सकती है।

सादगी भरा जीवन ही इसका सेंटर स्पॉट 

ज्यादा चीजों को पाने की इच्छा हमें दिन पर दिन लालची बनाती जा रही है। ज्यादा गैजेट, ज्यादा कपड़े, ज्यादा खाना, ज्यादा घूमना, ज्यादा सोशल मीडिया, ज्यादा मनोरंजन, ज्यादा पार्टियां और न जानें क्या-क्या। यह ‘ज्यादा’ वाली मानसिकता हमें और ज्यादा पाने के लिए भूखा बना रही है। 

टिप्स टू इंजॉय मिनिमलिस्टिक लाइफस्टाइल 

अनयूसफुल कपड़े (inappropriate clothes) को हटाए - अपने वार्डरोब में कम से कम कपड़ो को रखे। जो खराब कपड़े है उन्हें फेकने के बजाय किसी को दान कर दें। 

डिक्लटरिंग करें

अनावश्यक ईमेल, फोटोज, ऐप्स, फाइलों को हटाएं। अपने हर चीज पर अलग से विचार करें और तय करें कि यह आपको खुशी देती है या नहीं। एक मिनिमलिस्ट जीवनशैली का मतलब है डिक्लटर करना यानी अव्यवस्था चीजों को हटाना। 

खरीदारी पर कंट्रोल रखें 

जब भी कुछ खरीदने का मन करें, तो सबसे पहले उसके बारे में पूरी तरह सोचें की क्या यह लेना जरूरी है। अगर ज्यादा जरूरी न हों तो सामान लेने से बचे। 

इन टिप्स को फॉलो करने से आप अपनी लाइफ को सरल, खुशहाल और ऑर्गनाइज्ड रख सकते हैं।