T-20 World Cup: पाकिस्तान के सुपर 8 में पहुंचने का बन रहा संयोग, भारत के सहारे की होगी जरूरत
पहले अमेरिका और उसके बाद भारत से हार के बाद से आलोचना झेल रही पाकिस्तानी टीम को थोड़ी राहत जरूर मिली है। आखिर दो शुरुआती हार के बाद पाकिस्तान को जीत का स्वाद मिल गया है। अपने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान ने कनाडा को सात विकेट से हरा दिया है।
T-20 World Cup: पहले अमेरिका और उसके बाद भारत से हार के बाद से आलोचना झेल रही पाकिस्तानी टीम (pakistani team) को थोड़ी राहत जरूर मिली है। आखिर दो शुरुआती हार के बाद पाकिस्तान को जीत का स्वाद मिल गया है। अपने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान (Pakistan) ने कनाडा (Canada) को सात विकेट से हरा दिया है। पाकिस्तान ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। बल्लेबाजी करने उतरी कनाडा की टीम (canadian team) महज 106 रन ही बना सकी। सलामी बल्लेबाज एरोन जॉनसन (aaron johnson) ने सबसे ज्यादा 52 रन की पारी खेली। जवाब में चेज करने उतरी बाबर आजम एंड कंपनी (Babar Azam & Company) ने 17.3 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 107 रन बना लिए। तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Aamir) इस जीत के नायक रहे। भले ही इस जीत से पाकिस्तानी टीम (pakistani team) थोड़ी राहत महसूस कर रही हो लेकिन, आवाम अभी भी सदमे में है। वजह पाकिस्तान पर पहले राउंड में ही विश्वकप से बाहर होने का खतरा।
पाकिस्तान के लिए बन रहा सुखद संयोग
हालांकि, इस दौरान एक ऐसा भी संयोग बन रहा है जो पाकिस्तानी टीम के लिए सुखद संकेत भी दे रहा है। लेकिन शायद इसका इल्म अभी पाकिस्तानियों को नहीं है। अब तक 8 टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन आईसीसी की तरफ से किया जा चुका है। इस साल ये टी-20 वर्ल्डकप का नौवां संस्करण खेला जा रहा है। वैसे तो साल 2009 को छोड़ दें तो पाकिस्तानी टीम कभी भी खिताब जीतने में कामयाब नहीं रही। लेकिन इससे पहले केवल एक ही बार ऐसा हुआ है, जब टीम अपने पहले दो मैच हार गई हो। साल 2022 के टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम को अपने पहले दो मैचों में शिकास्त झेलनी पड़ी थी। पहले टीम को जिम्बाब्वे और भारत से हार का सामना करना पड़ा था। उस समय भी इंडिया से ज्यादा जिम्बाब्वे की हार पर ऐसा ही हंगामा मचा था, जैसा इस बार अमेरिका से हारने पर हुआ। इंडिया से हार को तो पाकिस्तानी अपनी नियति मान बैठे हैं। खैर, जिस संयोग की हम बात कर रहे हैं उस पर वापस आते हैं। दरअसल, 2022 के विश्वकप में पाकिस्तानी अपने दोनों शुरुआती मैच हारने के बाद भी फाइनल तक पहुंची थी। ये जरूर है की पाकिस्तान ने खिताब नहीं जीता था। लेकिन, रनर अप जरूर बनी थी। इसके साथ ही पाकिस्तानी टीम टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में अभी तक कभी भी लगातार पहले तीन मैच नहीं हारी है। इस बार भी अपने तीसरे मैच में पाकिस्तान ने कनाडा पर फतह हासिल की।
सुपर 8 के फेर में फंसी पाकिस्तान
इस बार भी पाकिस्तान अभी सुपर 8 के फेर में फंसी हुई है। उसके लिए संभावनाएं अभी खत्म नहीं हुई है। यहां से पाकिस्तान अगर अपना आखिरी मैच जो की जायंट किलर कही जाने वाली आयरलैंड के खिलाफ है वो जीत ले। उधर आयरलैंड की टीम यूएसए को हरा दे तो, काम बन सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है टीम के सितारों को अपने फॉर्म में लौटना होगा। खासतौर पर कप्तान बाबर आजम को उस रूप में देखना होगा जिसके लिए वो जाने जाते हैं। इस टूर्नामेंट में बाबर अभी तक उस टच में नहीं दिखे है। हालांकि, कनाडा के खिलाफ उन्होंने जरूर 33 रन की पारी खेली। लेकिन इसके लिए उन्होंने इतनी ही गेंदों का सामना भी किया। जो टी-20 के लिहाज से कही से भी सराहनीय नहीं है। इससे साफ है कि कप्तान ने अपने ऊपर प्रेसर की चादर ओढ़ रखी है। वहीं कप्तान को बैटिंग आर्डर और प्लेइंग इलेवन में भी कुछ बदलाव करने के बारे में सोचना चाहिए, ताकि टीम अगले राउंड में पहुंचे तो टीम फिर से खिताब के लिए अपनी दावेदारी पेश करे। अगर ये सब कुछ संभव हुआ और समय ने साथ दिया तो, पाकिस्तान एक बार फिर टूर्नामेंट के अगले चरणों में दिख सकता है। वहीं, इसमें पाकिस्तान को भारत के सहारे की भी जरूरत है। भारत और अमेरिका के आज के मुकाबले में पाकिस्तान की टीम चाहेगी कि भारत जीत दर्ज करें। जिससे अंकों के मामले में वो अमेरिका के बराबर आ सके और उसके बाद रनरेट के सहारे वो सुपर 8 में पहुंच सके।