Sachin Birla: कांग्रेस का दामन छोड़ विधायक सचिन बिरला ने थामा बीजेपी का हाथ
Sachin Birla: रविवार को मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस विधायक सचिन बिरला ने कांग्रेस का दामन छोड़ा भाजपा का हाथ थाम लिया
Sachin Birla: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Madhya Pradesh) को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों के बीच आवाजाही का दौर अब भी जारी है। ऐसे में रविवार को मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस विधायक सचिन बिरला (sachin birla) ने कांग्रेस का दामन छोड़ा भाजपा का हाथ थाम लिया और सदस्यता ग्रहण कर ली। बता दें कि बीते काफी समय से बिरला भाजपा के कार्यक्रमों में भी नजर आ रहे थे।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में विधायक सचिन बिरला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के समक्ष रविवार को भाजपा की रीति नीति से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री ने पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर बिरला का स्वागत किया।
विधायक सचिन बिरला ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में सरकार की जनहितैषी नीतियों और भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। उन्होंने कहा, पार्टी मुझे जो भी दायित्व देगी उसका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करूंगा।
पूरी जिम्मेदारी से पार्टी का काम करूंगा
बता दें कि सचिन बिरला खरगोन जिले के बड़वाह विधानसभा से कांग्रेस विधायक थे जो अब भाजपा में शामिल हो गए है। सचिन बिरला ने अक्तूबर 2021 में हुए उपचुनाव के दौरान ही मंच से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का ऐलान कर दिया था। बीजेपी में शामिल होने के बाद सचिन बिरला ने कहा कि मैं दो साल से भाजपा का काम कर रहा था, आज मैंने औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्यता ले ली है। चुनाव लड़ने के सवाल पर बिरला ने कहा टिकट देना न देना पार्टी का निर्णय है। आगे पार्टी जो जिम्मेदारी और काम देगी उसे करूंगा।
2018 में कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे चुनाव
2018 में सचिन बिड़ला ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हितेंद्र सिंह सोलंकी को 30 हजार से ज्यादा वोट से शिकस्त दी थी। हालांकि अक्टूबर 2021 में ही बिरला ने एक मंच से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर दिया था, इसके बाद कांग्रेस की ओर से दलबदल कानून के तहत बिरला की सदन से सदस्यता समाप्त किए जाने की मांग उठाई गई थी, मध्यप्रदेश विधानसभा सदस्य नियम 1986 के तहत नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। लेकिन उनकी सदस्यता बरकरार रही और आज वो बीजेपी में औपचारिक रुप से शामिल हो गए है।