Ram Mandir Update: रामलला के मंदिर के मुख्य द्वार पर नही होगी माता सीता की मूर्ति!
चंपत राय ने बताया कि मंदिर में स्थापित होने वाली मूर्ति भगवान राम का वह रूप होगा, जिसमें वे 5 साल के बालक रूप में होंगे। इसलिए मुख्य मंदिर के गर्भगृह में मां सीता की कोई भी मूर्ति नहीं होगी।
Ram Mandir Update: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है। साथ ही मंदिर के निर्माण कार्य को भी तेजी से पूरा कराया जा रहा है। 70 एकड़ में बनने वाले राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति मंदिर के गर्भ ग्रह में विराजित होगी। चंपत राय ने बताया कि मंदिर में स्थापित होने वाली मूर्ति भगवान राम का वह रूप होगा, जिसमें वे 5 साल के बालक रूप में होंगे। इसलिए मुख्य मंदिर के गर्भगृह में मां सीता की कोई भी मूर्ति नहीं होगी।
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रामलला के दर्शन के लिए चढ़नी होगी 32 सीढ़ियां
चंपत राय ने बताया कि, "मुख्य मंदिर 360 फीट लंबा और 235 फीट चौड़ा होगा और मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर परिसर के जिस गर्भगृह में रामलला विराजनव होंगे वहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी। वहीं सबसे खास बात यह है कि जो मूर्ति स्थापित होगी वह उस स्वरूप की होगी, जिसमें भगवान राम की शादी नहीं हुई है। यहां दीवारों पर भगवान राम के जीवन से जुड़े चित्र और किरदार उकेरे गए हैं।
जन्मभूमि परिसर में बनेंगे 7 और मंदिर
अयोध्या में बन रहे इस मुख्य मंदिर के अलावा परिसर में 7 और मंदिर बनाए जा रहे हैं। इन मंदिरों में भगवान राम के गुरु ब्रह्मर्षि वशिष्ठ, ब्रह्मर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, अगस्त्य मुनि, रामभक्त केवट, निषादराज और माता शबरी की मूर्ति स्थापित की जायेगी। जानकारी के मुताबिक ये सभी मंदिरों का निर्माण भी 2024 तक पूरा हो जाएगा।
परकोटे के एक कोने पर होगा भगवान गणेश का मंदिर
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासतिव ने बताया- परकोटे के एक कोने पर भगवान शंकर का मंदिर होगा। दूसरे कोने पर सूर्य देव का मंदिर है। तीसरे पर भगवती और चौथे पर गणेश और दक्षिणी भुजा पर हनुमान मंदिर होगा। साथ ही जटायु की प्रतिमा को कुबेर टीला पर स्थापित किया जा रहा है।