Rakshabandhan 2024:रक्षाबंधन पर बाजार में मिल रही मिलावटी मिठाइयां, असली हैं या नकली ऐसे करें चेक

देश भर में भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस त्योहार की कल्पना मिठाई के बिना नहीं की जा सकती। ऐसे में मिलावटखोर भी सक्रिय हो जाते हैं। मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावटखोर नकली और केमिकल से बने रंगों वाली मिठाइयां बेचते हैं। ऐसे में आज हम आपको बतायेगें कि, रक्षाबंधन की मिठाईयों को किस तरह से पहचाने की वो शुद्ध हैं या अशुद्ध ।

Rakshabandhan 2024:रक्षाबंधन पर बाजार में मिल रही मिलावटी मिठाइयां, असली हैं या नकली ऐसे करें चेक

Rakshabandhan 2024: देश भर में भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन 19 अगस्त(Rakshabandhan 19th August) को मनाया जाएगा। इस त्योहार की कल्पना मिठाई के बिना नहीं की जा सकती। त्योहार का सीजन आते ही बाजार में मिठाइयों की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में मिलावटखोर भी सक्रिय हो जाते हैं। मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावटखोर नकली और केमिकल से बने रंगों वाली मिठाइयां बेचते हैं, जिन्हें खाने से पेट में इन्फेक्शन के साथ कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा मिलावटी मिठाइयां लिवर, किडनी और हार्ट के लिए भी खतरनाक हैं। ऐसे में आज हम आपको बतायेगें कि, रक्षाबंधन की मिठाइयों को किस तरह से पहचाने की वो शुद्ध हैं या अशुद्ध 

मिठाइयों में मिलावट कैसे करते हैं

त्योहार के सीजन में मिठाइयों की डिमांड कई गुना बढ़ जाती है। वहीं ज्यादातर मिठाइयां बनाने में दूध, मावा और घी की जरूरत होती है। बता दें की ज्यादा डिमांड को टाइम पर पूरा करने के लिए मिलावटखोर दूध में डिटर्जेंट, यूरिया, रिफाइंड ऑयल जैसी खतरनाक चीजें मिलाते हैं। इससे मावा तैयार किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। वहीं नकली घी बनाने में पॉम ऑयल, एनिमल फैट और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल सहित कई केमिकल मिलाए जाते हैं। 

शुद्ध मिठाइयों की पहचान ऐसे करें 

त्योहार के अवसर पर रंग-बिरंगी मिठाइयां खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि ज्यादातर मिठाइयों को आर्टिफिशियल रंग मिलाकर रंगीन किया जाता है। इसके अलावा पैकेज्ड मिठाई पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के सर्टिफिकेशन की जांच जरूर करनी चाहिए। FSSAI सर्टिफिकेशन यह सुनिश्चित करता है कि प्रोडक्ट खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता के मानकों को पूरा करता है। वहीं अगर इसके बाद भी आपको शुद्धता की पहचान करनी है तो मावा से बनी असली मिठाइयों को सूंघने पर दूध की महक आती है। असली मिठाई को हथेली पर रगड़ने से केमिकल की गंध नहीं आती है। अगर हाथ पर रब करने से केमिकल की गंदी स्मेल आए तो समझ जाएं मिठाइ खराब है।