Raghav Chaddha : राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद राघव चड्ढा का निलंबन किया रद्द
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का निलंबन रद्द कर दिया गया।
Raghav Chaddha : संसद के शीतकालीन सत्र (winter session of parliament ) के पहले दिन सोमवार को आम आदमी पार्टी (APP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का निलंबन रद्द कर दिया गया। भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव द्वारा पेश प्रस्ताव पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने चड्ढा का निलंबन रद्द कर दिया।
11 अगस्त को हुआ था निलंबन
आप सांसद राघव चड्ढा को 11 अगस्त को राज्यसभा (Rajya Sabha MP) से निलंबित किया गया था। चड्ढा पर भाजपा ने पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया गया था। उनको संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा से निलंबित कर दिया था।
चड्ढा (Raghav Chaddha) के निलंबन की घोषणा करते हुए धनखड़ ने कहा था कि, उनके कदाचार, नियमों के उल्लंघन, रवैये और अनुचित आचरण की गंभीरता को देखते हुए मुझे लगता है कि नियम 266 को नियम 256 के साथ लागू करने में तेजी लाई जाए और राघव चड्ढा को सेवा से निलंबित कर दिया जाए, जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं मिलती।
भाजपा के तीन सांसदों ने दर्ज कराया था विरोध
जानकरारी के मुताबिक, जिनके दस्तखत चड्ढा ने अपने पत्र पर दिखाए थे उनमें से पांच सांसदों का दावा था कि दिल्ली सेवा विधेयक को उनकी सहमति के बिना सेलेक्ट कमेटी को भेजने के प्रस्ताव पर उनके नाम का उल्लेख किया गया था। यह प्रस्ताव आप सांसद राघव चड्ढा ने पेश किया था। इस प्रस्ताव में विरोध दर्ज कराने वाले तीन भाजपा सांसद थे। एक बीजद से थे और एक अन्नाद्रमुक सांसद भी शामिल थे।
अमित शाह ने की थी जांच की मांग
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर जांच की मांग की थी। सदन में जांच का आदेश देने के साथ ही रिपोर्ट आने तक चड्ढा को निलंबित कर दिया गया था। राज्यसभा से निलंबन के बाद राघव चड्ढा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने निलंबन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी थी। इससे पहले आप सांसद संजय सिंह को भी हंगामा करने और बार बार चेतावनी के बावजूद अनुशासन में नहीं आने पर सभापति ने निलंबित कर दिया था।