Rafale deal: भारतीय नौसेना की ताकत में होगा इजाफा, फ्रांस से 26 राफेल की डील फाइनल
भारतीय नौसेना की ताकत जल्द ही बढ़ने वाली है। फ्रांस और भारत (France and India) के बीच 26 राफेल मरीन जेट की खरीद को लेकर बीते कई महीनों से जारी बातचीत आखिरी पड़ाव में है। अब ये डील लगभग फाइनल हो चुकी है।
26 Rafale deal: भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ताकत जल्द ही बढ़ने वाली है। फ्रांस और भारत (France and India) के बीच 26 राफेल मरीन जेट की खरीद को लेकर बीते कई महीनों से जारी बातचीत आखिरी पड़ाव में है। अब ये डील लगभग फाइनल हो चुकी है। फ्रांस ने आखिरी कीमत भारत के सामने रख दी है। बताया जा रहा है कि इस बार फ्रांस (France) ने रकम में कटौती की है। हालांकि, ये राफेल कितने में खरीदा जाएगा इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
डोभाल की पेरिस यात्रा के दौरान की जाएगी चर्चा
तीन सालों से ज्यादा समय से चल रहा अधिग्रहण इस सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor Ajit Doval) की पेरिस यात्रा के दौरान भी चर्चा की जाने की संभावना है। नौसेना लड़ाकू अधिग्रहण के साथ-साथ मुंबई में बनने वाली तीन अडिशनल कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों का ऑर्डर फ्रांस के साथ किए जा रहे दो प्रमुख रक्षा सौदे हैं।
इस डील में ये सब भी रहेगा शामिल
फ्रांसीसी ऑफर में फाइटर जेट पर भारतीय हथियारों को असेंबल करने के लिए पैकेज शामिल है। इन हथियारों में अस्त्र एयर-टु-एयर मिसाइल, एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने के लिए जेट में इंडियन स्पेसिफिक इन्हैंस्ड लैंडिंग इक्विपमेंट्स और अन्य जरूरी इक्विपमेंट्स भी शामिल हैं।
राफेल जेट की लैंडिंग और टेक-ऑफ स्किल की जांच
फ्रांस ने परीक्षण के दौरान इंडियन एयरक्राफ्ट कैरियर्स (Indian Aircraft Carriers) से राफेल जेट की लैंडिंग और टेक-ऑफ स्किल का प्रदर्शन किया है, लेकिन रियल टाइम ऑपरेशन के लिए कुछ और इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करना होगा। यह भी भारत की डील में शामिल होगा।
नौसेना ने राफेल एम को अपने जहाजों के लिए चुना
नौसेना को 26 लड़ाकू जेट की जरूरत है, जिसे वो अपने जहाजों में लगा सके। नौसेना ने बोइंग F/A 18 सुपर हॉर्नेट और राफेल एम दोनों की टेस्टिंग की है। हालांकि टेस्टिंग के बाद तकनीकी आधार पर भारतीय नौसेना ने राफेल एम को अपने जहाजों के लिए चुना है।
क्या होगी इनकी खासियत?
जानकारी के मुताबिक, वायु सेना के बेड़े के साथ मिलकर नौसेना के जेट स्पेशल एंटी-शिप हथियारों और समुद्र में कार्यों के लिए लंबी दूरी के ईंधन टैंकों से लैस होंगे। उन्हें मेट्योर से परे विजिबल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें भी मिलेंगी, जो इस क्षेत्र में अब तक सबसे एडवांस हैं।