PM Modi Moscow Visit: कोविड के बाद पहली बार रुस दौरे पर पीएम मोदी, स्वागत के लिए हो रही जोरदार तैयारी
लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ जुलाई को रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए रूस में जोरदार तैयारियां की जा रही हैं।
PM Modi Moscow Visit:लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ जुलाई को रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए रूस में जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी आठ जुलाई को दो दिवसीय यात्रा पर रूस की राजधानी मास्को पहुंचेंगे।
मास्को में पीएम मोदी के आने की तैयारियां शुरु
प्रधानमंत्री मोदी (pm modi) के स्वागत के लिए मास्को में पहले से ही तैयारी की जा रही है। शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। इसके लिए वहां रिहर्सल जारी है। पीएम मोदी के स्वागत में नृत्य व गीत प्रस्तुत करने की तैयारी की जा रही है। और भी कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी का स्वागत करने को उत्सुक हैं।
पीएम मोदी से मिलने को बेताब है पुतिन
पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के आमंत्रण पर मास्को जा रहे हैं। पुतिन अपने दोस्त पीएम मोदी से मिलने को बेताब हैं। इस दौरान पीएम मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन (22nd India-Russia Annual Summit) में भाग लेंगे। कोरोना के कारण यह शिखर सम्मेलन तीन साल बाद हो रहा है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने पर बातचीत होगी। दोनों नेता अंतरराष्ट्रीय हालात पर भी चर्चा करेंगे। वे सैन्य, तकनीक आदि विषयों पर सहयोग बढ़ाने के लिए बातचीत करेंगे।
भारतीय समुदाय से मुलाकात कर सकते है पीएम
पीएम मोदी मास्को में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात कर सकते हैं। गाैरतलब है कि पीएम मोदी कोरोना के बाद पहली बार रूस जा रहे हैं। इसके पहले उन्होंने 2019 में उन्होंने रूस की यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन संघर्ष (Russia–Ukraine conflict) पर भी चर्चा हो सकती है। भारत दोनों देशों से बार-बार शांति की अपील कर चुका है। उनसे अपने विवादित मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत के रास्ता अपनाने का आग्रह भी भारत की ओर से कई बार किया जा चुका है।