Rahul Gandhi: मंदिर में राहुल गांधी की नो एंट्री, कहा- क्या सिर्फ एक ही व्यक्ति जा सकता है मंदिर?

22 जनवरी को जब पूरा देश अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में लीन था तो वहीं राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन असम के नगांव पहुंचे।

Rahul Gandhi: मंदिर में राहुल गांधी की नो एंट्री, कहा- क्या सिर्फ एक ही व्यक्ति जा सकता है मंदिर?

Rahul Gandhi: एक तरफ जहां 22 जनवरी की सुबह से ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी कई तस्वीरें सामने आ रही थीं तो वहीं इन सबके बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की एक तस्वीर ने सवाल खड़ा कर दिया। दरअसल इन तस्वीरों में राहुल गांधी धरने पर बैठे नजर आए। 

नाराज राहुल गांधी धरने पर बैठे

22 जनवरी को जब पूरा देश अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में लीन था तो वहीं राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन असम के नगांव पहुंचे। राहुल यहां बोर्दोवा में संत श्री शंकरदेव के जन्मस्थली पर दर्शन करने आए थे लेकिन उन्हें मंदिर में जाने से रोक दिया गया। जिसके बाद सुरक्षाबलों  और राहुल गांधी के बीच बहस हुई और फिर राहुल और कांग्रेस नेता धरने पर बैठ गए।

वहीं इस मामले में कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने  जानकारी देते हुए कहा कि राहुल गांधी 11 जनवरी से यहां आना चाहते थे। इसके लिए हमारे दो विधायकों ने मंदिर प्रबंधन से मुलाकात भी की थी। हमने 22 जनवरी को अपने आने के बारे में बताया भी था। हमें बोला भी गया था कि वो 22 जनवरी को हमारा स्वागत करेंगे। 
 
'क्या पीएम तय करेंगे की मंदिर कौन जाएगा?'

धरने पर बैठे राहुल गांधी ने कहा- मैंने कौन-सा अपराध किया है कि मैं मंदिर नहीं जा सकता?  क्या पीएम मोदी तय करेंगे कि मंदिर कौन जाएगा। आज क्या सिर्फ एक ही व्यक्ति मंदिर जा सकता है। मैं शंकरदेव की विचारधारा में विश्वास रखता हूं। वो हमारे गुरु की तरह हैं। इसलिए मैंने सोचा था कि जब भी असम आऊंगा, उनका आशीर्वाद जरूर लूंगा।

बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन पहले यानि 21 जनवरी को ही राहुल से शंकरदेव मंदिर न आने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि इससे देश में असम की गलत छवि बनेगी।