Hathras Stampede Live Updates : हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में 116 लोगों की हुई मौत, जानें आखिर कौन हैं भोले बाबा
यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 116 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसे के बाद से ही भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि फरार हैं। बता दें कि भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है।
Hathras Stampede Live Updates : यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ (Hathras Stampede) मच गई। इसमें 116 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस (Hathras Police) जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ है। हादसे के बाद से ही भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि (Bhole Baba alias Narayan Sakar Hari) फरार हैं। बता दें कि भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है।
कौन हैं भोले बाबा
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि (Narayan Sakar Hari) है। नारायण एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। नारायण साकार हरि ((Bhole Baba) की शुरुआती पढ़ाई एटा से ही हुई है। जिसके बाद उनकी इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) की नौकरी लग गई। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। साकार विश्व हरि भोले बाबा के ज्यादातर अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में हैं। काफी समय तक नौकरी करते रहे, इसके बाद 1990 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर आध्यात्म का रास्ता अपनाया।
सफेद सूट पहनते हैं भोले बाबा
आध्यात्मिक जीवन में आने के बाद अपना नाम बदल लिया और साकार विश्वहरि रख लिया। सत्संग के दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ रहती हैं। और बाबओं की तरह नारायण भगवा वस्त्र नहीं पहनते हैं । वह अपने सत्संग में सफेद सूट, टाई और जूते में नजर आते हैं। कई बार वो कुर्ता-पजामा और सिर पर सफेद टोपी भी लगाकर सत्संग करने पहुंचते हैं।
हाथर में सत्संग के लगे पोस्टर
हाथरस में सत्संग के पोस्ट लगाए गए हैं जिसमें में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि की फोटो लगी है। नीचे अयोजन कर्ता के नाम लिखे हैं। पोस्टर में मानव धर्म सत्य था है और रहेगा। इनके अनुयायी ज्यादातर हाथरस और आसपास के जिलों में हैं।
लाशों को देखकर सिपाही को आया हार्टअटैक
एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वह क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया। इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका। सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला था।
मंत्री लक्ष्मी नारायण हाथरस के लिए रवाना
मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी हाथरस के लिए रवाना हो गए। मुख्य सचिव और DGP भी लखनऊ से हाथरस के लिए निकल दिए हैं। सभी घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।