Maharashtra Assembly Elections: राजनीति के बिना नहीं जी सकते हैं शरद साहब, सुप्रिया सुले ने कहा- ‘सियासत से कभी नहीं लेंगे संन्यास’
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने दो दिन पहले (5 नवंबर को) राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए थे, लेकिन इसके एक दिन बाद यानी बुधवार (6 नवंबर) को उनकी बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद राजनीति से सन्यांस नहीं लेंगे।
Maharashtra Assembly Elections: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने दो दिन पहले (5 नवंबर को) राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए थे, लेकिन इसके एक दिन बाद यानी बुधवार (6 नवंबर) को उनकी बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले (Lok Sabha MP Supriya Sule) ने कहा कि शरद राजनीति से सन्यांस नहीं लेंगे।
वे राजनीति के बिना रह नहीं सकते- सुप्रिया सुले
सुप्रियां सुले (Supriya Sule) ने कहा कि शरद पवार खाते-सोते और सांस लेते समय भी राजनीति करते हैं। वे राजनीति के बिना रह नहीं सकते हैं। राजनीति उनके लिए सबसे बड़ा और अच्छा टॉनिक है और वे इसे इन्जॉय करते हैं।
शरद पवार ने चुनाव न लड़ने का किया था ऐलान
एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा था कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, इसका मतलब है कि वो लोकसभा (Lok Sabha) , राज्यसभा, विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसका मतबल ये नहीं कि वे राजनीति को छोड़ देंगे। सिर्फ अजित पवार (Ajit Pawar) ही चाहते थे कि वे रिटायर हो जाए।
अजित पवार के साथ सुलह कभी नहीं- सुले
वहीं, अजित पवार (Ajit Pawar) को महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) में शामिल करने और शरद गुट के साथ मिलाने को लेकर सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा कि अजित पवार के साथ समझौते का सवाल ही पैदा नहीं होता। विधानसभा चुनाव (assembly elections) के बाद भी हम उनके साथ हाथ नहीं मिलाएंगे।
एक साल पहले हमारी कोई पार्टी नहीं थी- सुप्रिया
सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में बीते सालों में जो कुछ हुआ, मैं नहीं चाहती की वो अब कभी भी हो। जो हमारी पार्टी के साथ हुआ, वो किसी भी पार्टी के साथ नहीं होना चाहिए। आज से एक साल पहले हमारी कोई पार्टी नहीं थी। कोई सिंबल नहीं था। हमसे सबकुछ ले लिया गया था। जब मैंने चुनाव लड़ा, तब ये लड़ाई आसान नहीं थी। लड़ना जरूरी था, लेकिन जीतना जरूरी नहीं था। महाराष्ट्र चुनाव में आज सियासी पॉलिसी को लेकर चर्चा नहीं हो रही। कोई इकोनॉमी, महिला सुरक्षा पर चर्चा नहीं कर रहा है। लोग बोल रहे थे हमारी पार्टी खत्म हो गई है। हालांकि, मामला अभी भी कोर्ट में है। यह अब हमारे लिए न्यू नॉर्मल बन गया है। कभी ईडी, कभी सीबीआई (CBI), कभी कोई और संस्था से लड़ना पड़ता है, लेकिन अब यह न्यू नॉर्मल है।
मेरी लड़ाई बीजेपी के साथ है- सुले
सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने आगे कहा कि इलेक्शन किसी को खुश करने के लिए नहीं होते हैं। यह पॉलिसी बनाने के लिए होते हैं। मेरी लड़ाई बीजेपी (BJP)के साथ है। अजित पवार अब बीजेपी (BJP) के साथ गठबंधन में हैं, जो अच्छा काम नहीं कर रही है।
अब मुझे सत्ता नहीं चाहिए- शरद पवार
एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने बारामती में 5 नवंबर को कहा कि कहीं तो रुकना ही पड़ेगा। मुझे अब चुनाव नहीं लड़ना है। अब नए लोगों को आगे आना चाहिए। मैंने अभी तक 14 बार चुनाव लड़ा है। अब मुझे सत्ता नहीं चाहिए। मैं समाज के लिए काम करना चाहता हूं। मैं विचार करूंगा कि मुझे राज्यसभा जाना है या नहीं।