Akhilesh Yadav News: सपा के बागी विधायकों की खत्म हो सकती है अध्यक्षता, एक्शन के मूड में अखिलेश यादव
लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद सपा ने अब बागी विधायकों से हिसाब चुकाने के लिए कमर कस ली है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने और लोकसभा में पार्टी के खिलाफ प्रचार करने वाले विधायकों की दल-बदल कानून के तहत सदस्यता रद्द करने के लिए पार्टी जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिका दायर करेगी।
Akhilesh Yadav News: लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद सपा ने अब बागी विधायकों से हिसाब चुकाने के लिए कमर कस ली है। राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) में क्रॉस वोटिंग (cross voting) करने और लोकसभा में पार्टी के खिलाफ प्रचार करने वाले विधायकों की दल-बदल कानून के तहत सदस्यता रद्द करने के लिए पार्टी जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिका दायर करेगी। बताया जा रहा है कि अगले महीने होने वाले विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले या सत्र के दौरान पार्टी इस प्रक्रिया आगे बढ़ा सकती है।
सपा के 7 विधायकों ने की थी क्रॉस वोटिंग
फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था,ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय, गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह, गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह, कालपी के विधायक विनोद चतुर्वेदी, चायल से विधायक पूजा पाल, जलालाबाद से विधायक राकेश पांडेय शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो सपा इन बागी विधायकों को माफ करने के मूड में बिलकुल भी नही है। ,पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी एवं अमेठी से विधायक महाराजी देवी भी मतदान के दौरान गैर-हाजिर रही थीं।
अयोग्य घोषित होने पर हो सकता है उपचुनाव
वहीं कहा ये भी जा रहा है कि अगर समाजवादी पार्टी इन बाग़ी विधायकों के ख़िलाफ़ अयोग्यता याचिका दायर करती है और विधानसभा अध्यक्ष उन्हें अयोग्य घोषित कर देते हैं, तो यहां भी उपचुनाव कराना पड़ेगा। फिलहाल अब इन विधायकों की किस्मत का फैसला स्पीकर सतीश महाना के हाथों में है। माना जा रहा है कि अगर इन सबकी विधायकी गई तो उपचुनाव होंगे।