Iran Israel War:इजरायल-ईरान 30 साल दोस्त रहने के बाद कैसे बन गए कट्टर दुश्मन
इजरायल और ईरान के बीच इंतकाम की आग धधक रही है। हमास, हिजबुल्ला और हूतियों पर हमले के बाद से तिलमिलाए ईरान ने इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें बरसाई।
Iran Israel War: इजरायल और ईरान के बीच इंतकाम की आग धधक रही है। हमास, हिजबुल्ला और हूतियों पर हमले के बाद से तिलमिलाए ईरान ने इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें बरसाई। आज ही समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से खबर आई है कि आईडीएफ ने बेरूत के दहिय उपनगर में हिजबुल्लाह के उत्तराधिकारी हाशेम सफीद्दीन को मार गिराया है। हालांकि अब तक हाशिम की मौत पर हिजबुल्लाह की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
इजरायली सेना ने आधी रात में किया हमला
जानकारी के मुताबिक आधी रात इजरायली सेना ने बेरूत पर जबरदस्त हमला किया। हमले के दौरान सफीद्दीन एक अंडरग्राउंड बंकर में हिजबुल्लाह के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहा था। हाशिम सफीद्दीन हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद संभावित उत्तराधिकारी माने जा रहे थे। हाशिम सफीद्दीन को साल 2017 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। वो हिजबुल्लाह के राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखता था। इतना ही नहीं वो खुद को पैगंबर मोहम्मद का वंशज बताता आया है।
नेतन्याहू का साथ दे रहा अमेरिका
ईरान के हमला करने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने ये हमले करके बहुत बड़ी गलती कर दी है। अब उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। नेतन्याहू का इस मामले में अमेरिका भी साथ दे रहा है। इजरायल-ईरान के बीच दुश्मनी आज चरम पर पहुंच चुकी है, मगर कभी दोनों दोस्त हुआ करते थे। लेकिन अब दुश्मनी इस कदर है कि ये दोनों देश ये तक नहीं सोच रहे कि इनकी दुश्मनी की वजह से कितने मासूमों की जान जा रही है। चलिए अब जानते हैं कि इस दुश्मनी की जड़ें कहां है और क्या इसका कोई अंत है। ईरान की दुश्मनी की जड़ें तो इतनी गहरी हो चुकी हैं कि वो ये मानने लगा है कि इजरायल को वजूद में रहने का हक नहीं है। ईरान चाहता है कि अमेरिका और इजरायल मिडिल ईस्ट से गायब हो जाए