जिमिकंद (सूरन) है सेहत के लिए रामबाण, जानिए इसके 6 चमत्कारी फायदे

सूरन को सब्ज़ी के रूप में हम सब के घरों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें बहुत से न्यूट्रिशन्स होते हैं। जिसकी वजह से यह अलग-अलग हेल्थ कंडीशन्स के लक्षणों से आराम मिलता है।

जिमिकंद (सूरन) है सेहत के लिए रामबाण, जानिए इसके 6 चमत्कारी फायदे

YAM BENEFITS : जिमीकंद यानी सूरन इस नाम से भले ही आप अवगत न हों, लेकिन आपने कहीं न कहीं इसे देखा या खाया जरुर होगा। सूरन को सब्ज़ी के रूप में हम सब के घरों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें बहुत से न्यूट्रिशन्स होते हैं। जिसकी वजह से यह अलग-अलग हेल्थ कंडीशन्स के लक्षणों से आराम मिलता है। सूरन खाने के कई फायदे होते हैं। इस सब्जी में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें कई विटामिन और मिनरल होते हैं,जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। 

जिमीकंद में कौन- कौन से पोषक तत्वों पाए जाते है ? 

जिमीकंद में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी,वसा, कार्बोहाइडेट, प्रोटीन, पोटीशियम और फाइबर होता है। इस सब्जी में विटामिन B6, विटामिन B1, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, नियासिन, विटामिन ए और बीटा केरोटीन भी पाया जाता है, जो शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है।

जिमीकंद से होने वाले फायदे

1 एंटी-एजिंग फूड

सूरन में मौजूद तत्व त्वचा की उम्र बढ़ने नहीं देते। इसमें आइसोफ्लोन नामक तत्व होते हैं। जो, स्किन को हेल्दी बनाता हैं। इसकी वजह से स्किन पिगमेंटेशन को बढ़ने से रोकने में सूरन मदद करता है। जिससे,  त्वचा हेल्दी और यंग दिखती है।

2 डायजेशन में उपयागी

पेट से जुड़ी हुई परेशानियों को कम करने में भी सूरन का सेवन लाभकारी होता है। इससे,  सुस्त डायजेस्टिव सिस्टम को काम करने में मदद होती है। सूरन पेट की आंतों में हेल्दी बैक्टेरिया के निर्माण में भी सहायक होता है जो इसे डायजेशन-फ्रेंडली फूड बनाता है।

3 ब्लड शुगर लेवल

डायबिटीज के मरीज़ों के लिए सूरन का सेवन अच्छा साबित हो सकता है। सूरन या जिमिकंद एक लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला खाद्य है। इसमें  कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा भी इसे डायबिटिक्स के लिए एक हेल्दी फूड ऑप्शन बनाता है। हेल्दी कार्ब्स और लो- जीआई इंडेक्स की वजह से डायबिटीज़ के मरीज जब इसका सेवन करते हैं। तो ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करना आसान होता है।

4 बवासीर में उपयोगी

यह बवासीर की समस्या से मुक्त दिलाने में मदद करता है। यह कब्ज की समस्या को भी दूर करता है। जो लोग कब्ज और बवासीर से पीड़ित हैं, उन्हें अपने आहार में हाथी के पैर के रतालू को शामिल करना चाहिए।

5 गठिया में मददगार

जिमीकंद में दर्द कम करने वाले और सूजन रोधी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम करते हैं। हाथी के पैर के रतालू में अच्छी मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कई बीमारियों के खतरे को नियंत्रित करते हैं।

6 प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम में फायदेमंद

जिमीकंद को एस्ट्रोजन बढ़ाने वाला भोजन कहा जाता है। सूरन उन लोगों के लिए एक उत्कृष्ट भोजन है, जो एस्ट्रोजन स्तर को बढ़ाना चाहते हैं। ये सब्जी विटामिन बी 6 और एंटीस्पास्मोडिक गुण पीए6मएस या प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों को रोकने और ठीक करने में मदद करते हैं।