Mahashivratri puja samagri: महाशिवरात्रि पर जरुर ले जायें ये सामग्री, बरसेगी भोलेनाथ की कृपा
हिंदू धर्म में भगवान शिव और पार्वती को सबसे पूज्नीय माना जाता है। पंचांग के अनुसार 12 महीने में 12 शिवरात्रि होती है, लेकिन उन सभी में महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण होती है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाया जाता है।
Mahashivratri puja samagri: हिंदू धर्म में भगवान शिव और पार्वती को सबसे पूज्नीय माना जाता है। पंचांग के अनुसार 12 महीने में 12 शिवरात्रि होती है, लेकिन उन सभी में महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण होती है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 08 मार्च 2024 को है। इस दिन सभी शिव भक्त भोलेनाथ का विशेष रुप से पूजा अर्चना करते है। महाशिवरात्रि का यह विशेष पर्व बहुत महत्वपूर्ण होता है। महाशिवरात्रि के दिन लाखों शिवभक्त भगवान शिव के मंदिरों में जाकर अभिषेक और पूजा अर्चना करते हैं ,साथ ही शिव जी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं।
अविवाहित लोगों को मिलता है वर
महाशिवरात्रि के महा पर्व को लेकर मान्यता है कि जो भी अविवाहित कन्या या वर अच्छे और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत रखती हैं, भगवान शिव की कृपा से उन्हें मनोवांछित वर और वधू की प्राप्ति होती है। इसके अलावा बहुत सी महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और तरक्की के लिए भी महाशिवरात्रि का व्रत रखती है।
महा शिवरात्रि पूजा सामग्री
पानी वाला नारियल, 1 रक्षासूत्र, पीली सरसों, अखंडित अक्षत, 5 या 11 मिट्टी के दीपक, कुश का आसन, पंचमेवा, फल, मिठाई, गन्ने का रस, इलायची, तिल, जौ, चंदन, रुद्राक्ष, कुमकुम, भस्म, केसर, सिंदूर, धूप, बत्ती, घी, शक्कर, दूध, दही, गंगाजल, मधु, गुड़, कपूर, पान के पत्ते, सुपारी, लौंग, इलायची, वस्त्र, बेलपत्र, फूल, भांग, धतूरा, आम का पत्ता, शमी के पत्ते, दान सामग्री, हवन सामग्री आदि।
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त
इस साल महाशिवरात्रि का महा पर्व 08 मार्च 2024 को मनाया जायेगा। जिसकी शुरआत चतुर्दशी तिथि 8 मार्च शाम 09:57 से होकर और अगले दिन 9 मार्च को 09:17 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। माना जाता है कि अगर आप शिवजी की पूजा प्रदोष काल में करते है तो ये काफी लाभदायक होती है।