Delhi Water Crisis Update: जल संकट पर भाजपा का विरोध प्रदर्शन, वीरेंद्र सचदेवा समेत भाजपा के कई नेता शामिल
राष्ट्रीय राजधानी में पानी की किल्लत को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। पार्टी ने बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए कई नेता
Delhi Water Crisis Update:राष्ट्रीय राजधानी में पानी की किल्लत को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली सरकार (Delhi government) के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। पार्टी ने बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (BJP state president Virendra Sachdeva) के साथ सांसद प्रवीण खंडेलवाल, बांसुरी स्वराज समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए कई नेता
दिल्ली सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान खाली मटके फोड़े और आरोप लगाया कि लोग बीमार पड़ रहे हैं, क्योंकि उन्हें नलों से गंदा पानी पीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद बांसुरी स्वराज ने एन्ड्रूज गंज के इंदिरा कैंप इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। सचदेवा ने कहा कि आज हम इंदिरा कैंप आए हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार लोगों को मूर्ख बना रही है। दिल्ली में पानी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है। जनता कहां जाए। आम आदमी पार्टी भष्ट्राचार में इतनी मशगूल है कि उन्हें दिल्ली की जनता की तकलीफ दिखाई नहीं देती। फ्री पानी का झांसा देकर दिल्ली की जनता को इन लोगों ने ठगने का काम किया है।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज भी पहुंची प्रदर्शन में
वहीं विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंची नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज (BJP MP Bansuri Swaraj) ने कहा कि दिल्ली की जनता की तकलीफ देखी नहीं जाती। भाजपा के कार्यकर्ता दिल्ली जल बोर्ड से निवेदन कर पानी का टैंकर भेज रहे हैं, लेकिन वो स्थायी समाधान नहीं है। हम इस पर काम कर रहे हैं लेकिन आप को दिल्ली के लोगों की हालत क्यों नहीं दिखती? स्वराज ने कहा, पानी की पाइपलाइन को लेकर यहां के विधायक ने वादा तो किया था लेकिन पूरा नहीं कर पाए। केजरीवाल सरकार को प्रेस कॉन्फ्रेंस से फुर्शत नहीं मिलती कि वो जमीन पर आकर काम करे। केजरीवाल सरकार ने दस साल में कोई काम नहीं किया है।