BSP Review Meeting : उत्तराखंड में भाजपा सरकार की गलत नीतियों से लोग दुखी - मायावती
सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं के साथ समीक्षा बैठक की, बैठक में उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड में जनता भाजपा सरकार की गलत नीतियों व द्वेषपूर्ण कार्यशैली से लोग दुःखी हैं।
BSP Review Meeting : सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं के साथ समीक्षा बैठक की, बैठक में उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड (Uttarakhand Government) में जनता भाजपा सरकार (BJP government) की गलत नीतियों व द्वेषपूर्ण कार्यशैली से लोग दुःखी हैं। हालांकि, कांग्रेस भी उनकी गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, असुरक्षा आदि से त्रस्त जीवन का समाधान नहीं है। जनता को जागरुक करना है कि कांग्रेस भी उनकी गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, असुरक्षा आदि से त्रस्त जीवन का समाधान नहीं है बल्कि बहुजनों को खुद अपने पैरों पर खड़ा होना है।
1. उत्तराखण्ड में पार्टी संगठन के कार्योंं, पार्टी के जनाधार को बढ़ाने तथा बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े ख़ास मुद्दों के साथ ही राज्य में हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव आदि पर पार्टी के वरिष्ट व ज़िम्मेदार लोगों के साथ नई दिल्ली में आज आयोजित बैठक में गहन समीक्षा। 1/2 — Mayawati (@Mayawati) July 15, 2024
दिल्ली में हुई समीझा बैठक
मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, ''उत्तराखंड में पार्टी संगठन के कार्यों, पार्टी के जनाधार को बढ़ाने तथा बीएसपी पार्टी व मूवमेंट से जुड़े खास मुद्दों के साथ ही राज्य में हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव आदि पर पार्टी के वरिष्ठ व जिम्मेदार लोगों के साथ नई दिल्ली में आयोजित बैठक में गहन समीक्षा।''
भाजपा सरकार की गलत नीतियों से लोग दुखी
उन्होंने आगे लिखा, ''उत्तराखंड में भाजपा सरकार की गलत नीतियों व द्वेषपूर्ण कार्यशैली आदि से लोग दुःखी हैं, जिसको लेकर जनता को जागरुक करना है कि कांग्रेस भी उनकी गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, असुरक्षा आदि से त्रस्त जीवन का समाधान नहीं है बल्कि बहुजनों को खुद अपने पैरों पर खड़ा होना है।''
उत्तराखंड में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत
उत्तराखंड में दो सीटों पर हुए उपचुनाव (by-election) में मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को भी झटका लगा है। यहां दोनों ही सीटों पर कांग्रेस पार्टी को जीत मिली है। उपचुनाव में बसपा, कांग्रेस और भाजपा से पीछे रही है।
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