Ayodhya firing incident: भाजपा ने 1990 की अयोध्या गोलीबारी घटना का एक वीडियो किया जारी
कार्यक्रम शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही भाजपा ने 1990 की अयोध्या गोलीबारी घटना का एक वीडियो जारी किया है। भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लगभग तीन मिनट की एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया है।
Ayodhya firing incident: अयोध्या में आज 22 जनवरी को भगवान रामलला के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह ('Pran Pratistha' ceremony of Lord Ramlala) मनाया जा रहा है। कार्यक्रम शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही भाजपा ने 1990 की अयोध्या गोलीबारी घटना (Ayodhya firing incident of 1990) का एक वीडियो जारी किया है। भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लगभग तीन मिनट की एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया है। शेयर वीडियो के जरिए इस घटना को मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के नेतृत्व वाली तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार (Samajwadi Party Government) की "सोची-समझी चेतावनी" के रूप में पेश किया गया। जिसमें राम भक्तों को राम जन्मभूमि के लिए कोई भी आंदोलन करने से आगाह किया गया था।
बीजेपी ने की 'सदियों का संघर्ष' शीर्षक शुरुआत
भाजपा आईटी सेल (BJP IT Cell) के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी 6 दिसंबर 1992 की घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करेगी जब कार सेवकों की उन्मादी भीड़ ने बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) को गिरा दिया था। 'सदियों का संघर्ष' शीर्षक वाली क्लिप की शुरुआत पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागने की वीडियो छवियों से होती है, जबकि डरे हुए कार सेवक छिपने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं।
बिहार में गिरफ्तार किये गए थे आडवाणी
वीडियो में वायस ओवर भी किया गया है। वीडियो में एक वॉयसओवर आता है: "कौन भूल सकता है 1990 का अयोध्या गोली कांड?" बीजेपी की ओर से जारी वीडियो में बताया गया है कि कैसे 'राम रथ यात्रा' का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी (BJP leader Lal Krishna Advani) को 23 अक्टूबर 1990 को तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (The then Chief Minister Lalu Prasad Yadav) के आदेश पर बिहार में गिरफ्तार किया गया था। सोमनाथ से शुरू हुई यात्रा सैकड़ों गांवों और कस्बों से होकर गुजरी और 25 सितंबर 1990 को अयोध्या (Ayodhya) पहुंचने वाली थी।