Kolkata rape-murder case: आज 7 आरोपियों का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट, मुख्य आरोपी संजय रॉय की जेल में ही होगी जांच

कोलकाता रेप-मर्डर केस में आज 7 आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट (Kolkata rape murder polygraphy test) शुरू हो चुका है। CBI ने बताया कि दिल्ली के सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री से आई पॉलीग्राफी स्पेशलिस्ट की टीम ये टेस्ट कर रही है।

Kolkata rape-murder case: आज 7 आरोपियों का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट, मुख्य आरोपी संजय रॉय की जेल में ही होगी जांच

Kolkata rape murder case:कोलकाता रेप-मर्डर केस में आज 7 आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट (Kolkata rape murder polygraphy test) शुरू हो चुका है। CBI ने बताया कि दिल्ली के सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री से आई पॉलीग्राफी स्पेशलिस्ट की टीम ये टेस्ट कर रही है। बीते दिन सियालदाह कोर्ट में आरोपी संजय की पेशी हुई। जहां मजिस्ट्रेट ने संजय से पूछा कि, वह टेस्ट के लिए क्यों तैयार हुआ ? इस पर संजय ने जवाब दिया कि "टेस्ट से साबित होगा कि मैं निर्दोष हूं। मुझे फंसाया गया है।" वहीं लोगों के बढ़ते गुस्से को देखकर इस घटना के मुख्य आरोपी संजय रॉय का जेल में ही पॉलीग्राफी टेस्ट हो रहा है। साथ ही पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, ट्रेनी डॉक्टर के साथ डिनर करने वाले 4 डॉक्टर और 1 वॉलंटियर से CBI दफ्तर में पूछताछ जारी है। वहीं कोलकाता के डॉक्टर्स आज लगातार 16वें दिन भी हड़ताल पर है। 

क्या है पॉलीग्राफी टेस्ट

पॉलीग्राफ एक मशीन है जिसमें व्यक्ति से अटैच किए गए सेंसर्स से मिलने वाले सिग्नल्स को एक मूविंग पेपर पर रिकॉर्ड किया जाता है। पॉलीग्राफी टेस्ट में व्यक्ति के शरीर पर 6 सेंसर अटैच किए जाते हैं। बता दें कि, जब कोई आरोपी पूछताछ के दौरान कुछ छिपाने की कोशिश करता है या फिर बार बार अपने बयान में हेरफेर करता है तब जांच अजेंसी इस टेस्ट का सहारा लेती है। वहीं इस टेस्ट की परमिशन अदालत और आरोपी की सहमति के बाद ही दी जाती है। हालाकिं पॉलीग्राफी टेस्ट के रिजल्ट्स कोर्ट में मान्य नहीं होते हैं, लेकिन ये टेस्ट केस की आगे की दिशा निर्धारित में मदद करता है। 

राज्य प्रशासन पर पीड़ित परिवार का आरोप 

इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस और राज्य प्रशासन पर भरोसा न होने की बात कही है । पीड़ित परिवार ने कहा कि हमें CBI की जांच पर भरोसा है। पुलिस ने हमें गुमराह करने की कोशिश की थी। राज्य प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रहा है। पीड़ित परिवार का कहना है कि इतने गंभीर अपराध को एक व्यक्ति अकेला अंजाम नहीं दे सकता। एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में मृतका के पिता ने कहा कि घटना को 14 दिन हो चुके हैं। लोगों को CBI पर भरोसा है। हमें भी है, लेकिन CBI ने अभी तक केस को सुलझाया नहीं है। टीम को तेजी से काम करने की जरूरत है। हमें हर बीतता दिन एक साल जैसा लगता है।