Arvinder Singh Lovely: कांग्रेस नेता लवली ने थामा बीजेपी का दामन, 28 अप्रैल को ही दिल्ली पार्टी अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा
28 अप्रैल को दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले अरविंदर सिंह लवली आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। उनके साथ कांग्रेस के चार और नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
Arvinder Singh Lovely: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बीच कांग्रेस (Congress) को एक और बड़ा झटका लगा है। 28 अप्रैल को दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद (President of Delhi Congress) से इस्तीफा देने वाले अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उनके साथ कांग्रेस के चार और नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
हमें बीजेपी के बैनर तले आने का मौका मिला- लवली
दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय पर बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े (General Secretary Vinod Tawde) कांग्रेस छोड़कर आए पांचों नेताओं को सदस्यता दिलाई। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Minister Hardeep Singh Puri), दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Delhi BJP President Virendra Sachdeva) भी मौजूद रहे। अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने कहा कि, हमें बीजेपी के बैनर तले और पीएम मोदी के नेतृत्व में दिल्ली की जनता के लिए लड़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है आने वाले कुछ दिनों में देश में प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी का परचम फिर से लहराएगा।
कांग्रेस का नारा है बेटा बचाओ बेटा बढ़ाओ- तावड़े
वहीं बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े (BJP General Secretary Vinod Tawde) ने कहा कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने रायबरेली से नामांकन भरा है। कांग्रेस के लोग प्रियंका गांधी को चाहते थे, लेकिन राहुल ने पर्चा भरा है। बीजेपी का नारा है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। वहीं कांग्रेस का नारा है बेटा बचाओ बेटा बढ़ाओ।
अरविंदर सिंह लवली दूसरी बार बीजेपी में हुए शामिल
बता दें कि अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) की बीजेपी में यह दूसरी पारी है। लवली 7 साल पहले 18 अप्रैल 2017 को भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे। हालांकि वे 10 महीने में ही वहां टिके और 17 फरवरी 2018 को वापस कांग्रेस में शामिल हो गए। पिछले साल 31 अगस्त को लवली को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। वहीं । 6 दिन पहले यानी 28 अप्रैल को उन्होंने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। उन्होंने तब कहा था कि पार्टी नहीं छोडूंगा। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को 4 पेज का लेटर लिखकर पार्टी प्रभारी पर मनमानी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मुझे एक ब्लॉक अध्यक्ष तक नियुक्त करने का हक नहीं है। इसके अलावा लवली ने आप से गठबंधन पर भी नाराजगी जतायी थी।