Chandrashekhar Azad: कांवड़ यात्रा के लिए 20 दिन रास्ते बंद किये जाते हैं, 20 मिनट की नमाज से दिक्कत क्यों?- चंद्रशेखर आजाद

उत्तर प्रदेश के नगीना के सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद का बड़ा बयान सामने आया है। धर्म को लेकर दिये उनके बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है।

Chandrashekhar Azad: कांवड़ यात्रा के लिए 20 दिन रास्ते बंद किये जाते हैं, 20 मिनट की नमाज से दिक्कत क्यों?- चंद्रशेखर आजाद

Chandrashekhar Azad: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नगीना के सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) का बड़ा बयान सामने आया है। धर्म को लेकर दिये उनके बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। जो लोग 20 मिनट नमाज पढ़ने पर विरोध जता सकते हैं, वो किसी भी धर्म के साथ नहीं हो सकते। यदि हिंदुओं की कांवड़ यात्रा के लिए 20 दिन तक सभी रास्ते बंद कर दिये जाते हैं। अस्पताल भी बंद कर दिये जाते हैं। उस पर किसी को आपत्ति नहीं होती। ऐसे में 20 मिनट की नमाज के लिए दिक्कत क्यों होती है? 

कांवड़ यात्रा पर कोई एतराज नहीं करता- चंद्रशेखर

दरअसल, नगीना से पहली बार सांसद बने चंद्रशेखर आजाद 23 जून को नजीबाबाद के गांव चंद्रपुर में एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कावड़ और नमाज को लेकर बड़ा बयान दिया। वहीं, अब आजाद का बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी दल के किसी भी बड़े नेता में यह सवाल करने की हिम्मत नहीं है। जो मैंने करके दिखाया है।

20 मिनट की नमाज से दिक्कत क्यों?- चंद्रशेखर आजाद 

नजीबाबाद के गांव चंद्रपुर में बैठक को संबोधित करते हुए सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यदि हिंदुओं की कांवड़ यात्रा के लिए 20 दिन तक सारे रास्ते बंद किए जाते हैं और अस्पताल भी बंद कर दिये जाते हैं। इस पर किसी को कोई दिक्कत नहीं होती। ऐसे में 20 मिनट की नमाज के लिए सब को आपत्ति क्यों होती है?

हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं- आजाद

नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं। जो लोग 20 मिनट नमाज पढ़ने पर आपत्ति जता सकते हैं, वह किसी धर्म के साथ नहीं हो सकते। उन्होंने ये भी कहा कि ये मुद्दा केवल चंद्रशेखर आजाद ने उठाया है। बाकी किसी नेता में इसकी हिम्मत नहीं है। इस मौके पर उन्होंने हाथ में जल लेकर मुसलमानों को भरोसा दिलाया कि वह मुसलमानों के साथ हैं।