Abhishek Banerjee:स्त्री में काम कर डिप्रेस हो गए थे जना, अभिषेक ने खुद सुनाई आपबीती

'स्त्री 2' भले ही 14 अगस्त को रिलीज हुई थी, इसे रिलीज हुए 10 दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। लेकिन अभी तक सिनेमाघरों और लोगों के सिर से इसका क्रेज नहीं उतरा है।फिल्म में जना के रोल को कोई भी इग्नोर नहीं कर सकता।  लेकिन अगर आपसे हम ये कहें कि आपको हंसाने वाले जना, स्त्री मूवी के बाद डिप्रेशन में चले गए थे तो कैसा लगेगा ? है न अजीब बात। जो ऑन स्क्रीन हमे हंसा रहा है, वो खुद ही डिप्रेशन में है।

Abhishek Banerjee:स्त्री में काम कर डिप्रेस हो गए थे जना, अभिषेक ने खुद सुनाई आपबीती

Abhishek Banerjee in stree: 'स्त्री 2' (stree 2) भले ही 14 अगस्त को रिलीज हुई थी, इसे रिलीज हुए 10 दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। लेकिन अभी तक सिनेमाघरों और लोगों के सिर से इसका क्रेज नहीं उतरा है। इसकी कहानी और किरदारों की कला, दोनों ही लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। इस हॉरर-कॉमेडी मूवी ने लोगों को जमकर एंटरटेन किया। फिल्म में जना के रोल को कोई भी इग्नोर नहीं कर सकता।  लेकिन अगर आपसे हम ये कहें कि आपको हंसाने वाले जना, स्त्री मूवी के बाद डिप्रेशन में चले गए थे तो कैसा लगेगा ? है न अजीब बात। जो ऑन स्क्रीन हमे हंसा रहा है, वो खुद ही डिप्रेशन में है। 

जना का किरदार बना डिप्रेशन की वजह

'स्त्री 2' में भी भले ही लीड एक्टर्स राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर(shraddha kapoor) हैं, लेकिन इसकी सक्सेस में इसमें काम करने वाले सभी एक्टर्स ने बड़ा रोल निभाया है। बात अगर जना की हो तो उनकी एक्टिंग का कायल हर कोई हो गया है। लेकिन जना बनने वाले अभिषेक बैनर्जी ने अपने रोल को लेकर बड़ा खुलासा किया है।. उनका कहना है कि 'स्त्री' में जना का किरदार निभाने के बाद उनकी लाइफ में डिप्रेशन का एक दौर आ गया था। 

अभिषेक बैनर्जी की आपबीती 

एक्टर अभिषेक बैनर्जी ने 'स्त्री 2' के बाद से फिर से जनता के बीच गजब की जगह बना ली है। वे जमकर लोगों से तारीफें बटोर रहे हैं। 2018 में 'स्त्री' का पहला पार्ट आया। इसमें 'जना' के रोल को खूब पसंद किया गया। 'स्त्री' की रिलीज के बाद उनके साथ क्या हुआ इस बारे में बात करते हुए उन्होने कहा कि जना के बाद, मुझे सारे बुद्धू टाइप किरदार ही मिल रहे थे. सब लोग चाहते थे कि मैं कोई रंगीला, चमकीला पहन के एक खास अंदाज में बात करूं. जना सिर्फ एक किरदार है और मैं इस किरदार के करीब भी हूं. लेकिन मैं रियल लाइफ में ऐसा नहीं हूं। अभिषेक ने बताया कि  वे डिप्रेशन थे, ऐसा लगने लगा था कि उन्हें कोई किसी और रोल में इमेजिन ही नहीं कर पाएगा। इसके बाद उन्होंने कहा कि सुदीप शर्मा ने उन्हे 'पाताल लोक' में हथौड़ा त्यागी का रोल दिया तब वे वापस से बिल्कुल ठीक हुए।

'पाताल लोक' से बना भौकाल 

अभिषेक ने बताया कि हथौड़ा त्यागी उनका 'बिग ब्रेक' था, लेकिन 'पाताल लोक' ('Patal Lok') ने उनके लिए तगड़ा माहौल बनाया। , 'हथौड़ा त्यागी के बाद उन्हे इंडस्ट्री से कॉल आए, ये कहते हुए कि 'ओह तू तो एक्टर है, तू तो ये कर सकता है.' फिर हथौड़ा त्यागी के बाद उन्हे सारे साइको किरदार मिलने लगे।

'मैं बहुत जिद्दी हूं.' - अभिषेक 

अभिषेक का कहना है कि आलोचना होना उनके लिए कुछ नया नहीं है। पाताल लोक' में भी उनके काम की कुछ लोगों ने आलोचना की थी।किसी ने कहा कि- पाताल लोक में अभिषेक ने ऐसा क्या किया है? वो तो जना जैसा ही है. ये तो आसान है।' अभिषेक को इससे फर्क नहीं पड़ा। लेकिन वे अब नार्मल एक्टिंग करना चाहते हैं। एक्शन, रोमांस करना चाहते हैं। 15 अगस्त को जहां एक तरफ  'स्त्री 2' को देखने लोग सिनेमाघरों में उमड़ पड़े, वहीं इसी के साथ क्लैश हुई फिल्म 'वेदा'। इस फिल्म में अभिषेक ने विलेन का किरदार निभाया है। 'वेदा' के रिव्यूज में भी अभिषेक के काम की खूब तारीफ हुई है।