UP STF: यूपी एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, फर्जी मार्कशीट बनाने वाले 4 आरोपी आगरा से गिरफ्तार

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना ताजगंज आगरा में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

UP STF: यूपी एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, फर्जी मार्कशीट बनाने वाले 4 आरोपी आगरा से गिरफ्तार

UP STF: यूपी एसटीएफ को आगरा में बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने यूपी में फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने आरोपियों के पास से एक लैपटाप, एक पूरा कम्प्यूटर सिस्टम, एक प्रिन्टर, एक मोहर बनाने की मषीन, 87 मोहरे, और 10 सादी मोहरे, 5 एन्ड्राइड मोबाइल फोन और एक कार समेत 15500 रूपये कैश बरामद किया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना ताजगंज आगरा में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

एसटीएफ को लंबे समय से मिल रहीं थी खबरें

जानकारी के मुताबिक यूपी एसटीएफ को आगरा के कई जनपदों में पिछले लंबे समय से राज्यो के विभिन्न विश्वविद्यालयो व शिक्षा बोर्ड की फर्जी व कूटरचित अंक तालिका और प्रमाण पत्र बनाकर आम जनता से लाखों की ठगी करने वाले गिरोह के बारे में सूचनायें मिल रही थी। जिसके मद्देनजर एसटीएफ पुलिस के साथ मिलकर प्रदेश में कार्यवाही कर रही थी। इस दौरान एसटीएफ को मुखबिर ने गिरोह का एक सदस्य आगरा विश्वविद्यालय के पास, आगरा विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी से कोरी मार्कशीट लेने आ रहा है। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ मौके पर पहुंच गई और गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर एसटीएफ ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही फर्जी मार्कशीट बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी बरामद की। 

फर्जी मार्कशीट बदले लेते है पैसे

पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग अभियुक्त अर्जुन से कोरी मार्कशीट लेकर उनसे कूटरचित मार्कशीट व अन्य प्रमाण पत्र बनाते है। इसके अलावा अन्य विश्वविद्यालयों व हाईस्कूल व इण्टर बोर्ड व सीबीएसई/देहली बोर्ड से खाली मार्कशीट लेकर उनको कम्प्यूटर से बनाकर प्रिंट करते है फिर मुहर लगाकर अभ्यर्थी को पैसे लेकर दे देते हैं। इससे जो भी पैसा मिलता है उसको आपस में बांट लेते है। आरोपियों ने बताया कि फर्जी मोहरे भी हम लोग अपने पास मौजूद उपकरण से ही बना लेते है, जिससे किसी को शक न हो सके।