Haryana Bus Fire: हरियाणा में चलती बस में लगी भीषण आग, 10 मौत, 25 से अधिक बुरी तरह झुलसे

हरियाणा में शुक्रवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। यहां कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर श्रद्धालुओं से भरी एक चलती बस में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 8 लोग जिंदा जल गए, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई।

Haryana Bus Fire: हरियाणा में चलती बस में लगी भीषण आग, 10 मौत, 25 से अधिक बुरी तरह झुलसे

Haryana Bus Fire: हरियाणा में शुक्रवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। यहां कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर श्रद्धालुओं से भरी एक चलती बस में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 8 लोग जिंदा जल गए, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, 25 से अधिक बुरी तरह झुलस गए हैं। इनमें से 2 ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं बस में आग लगने के कारण के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। 

लोगों ने ड्राइवर को दी आग की जानकारी

जानकारी के मुताबिक, बस में 64 लोग सवार थे। ये सभी आपस में रिश्तेदार हैं और पंजाब-चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। सभी मथुरा-वृंदावन से दर्शन कर पंजाब लौट रहे थे। इस दौरान देर रात चलती बस में आग लग गई। बस से आग की लपटें देख स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को आवाज लगाकर बस रुकवाने का प्रयास किया। साथ ही पुलिस और दमकल को मामले की जानकारी दी। वहीं, जब बस नहीं रुकी तो मौके पर मौजूद लोगों ने मोटरसाइकिल से पीछा कर बस ड्राइवर को आग की सूचना दी। तब तक आग बस में काफी फैल चुकी थी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। इस बीच कई लोग बुरी तरह झुलस चुके थे। उनमें 8 लोगों की जिंदा जलकर मौके पर ही मौत हो गई थी। 

बस की खिड़की के शीशे तोड़कर बाहर कूदे लोग

बस में सवार एक महिला ने बताया कि, ज्यादातर लोग सो रहे थे। जब आग की गर्मी महसूस हुई तो नींद खुली। इस बीच सभी चीखने- चिल्लाने लगे। सब दरवाजे की तरफ भागे और खोलने की कोशिश की, लेकिन वह लॉक था। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। जैसे-तैसे लोगों ने खिड़की के शीशे तोड़े। कुछ लोग बाहर कूद गए लेकिन काफी लोग अंदर ही फंस गए। जिसकी वजह से उनकी जान चली गई, और काफी लोग झुलस गए।

वृंदावन से वापस पंजाब जा रही थी बस

पंजाब होशियारपुर के रहने वाली एक पीड़िता ने बताया कि उनके चाचा हर साल सभी रिश्तेदारों को बस से धार्मिक स्थल पर ले जाते हैं। सब लोग वृंदावन-मथुरा फिर अयोध्या, इलाहाबाद, बनारस से होकर वृंदावन पहुंचे थे। और कल रात वृंदावन से सभी लोग पंजाब के लिए निकले थे।