UP News: योगी कैबिनेट में मंत्री पद की आस में बैठे ओपी राजभर, कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने कसा तंज

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि, ‘इससे पहले भी कई बार यूपी कैबिनेट के विस्तार की खबरें सामने आयी हैं। लेकिन हर बार मंत्रिमंडल का विस्तार टल जाता है। अजय राय ने कहा कि, राजभर जी ने तो एक बार डेट भी बता दी थी। लेकिन इसके बाद भी उनका मंत्री बनने का सपना पूरा नहीं हो पाया।

UP News: योगी कैबिनेट में मंत्री पद की आस में बैठे ओपी राजभर, कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने कसा तंज

UP News: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। इस बीच एक तरफ जहां विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन कमर कस चुका है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी समेत उसके सहयोगी दलों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान पिछले कुछ महीनों से जारी सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर के योगी सरकार में मंत्री बनने की चर्चाएं एक बार फिर तेज हो गई हैं। इस बात का पूरा फायदा उठाते हुए विपक्षी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने ओपी राजभर पर तंज कसा है।  

अजय राय ने कहा- ओपी राजभर कब बनेंगे यूपी के मंत्री

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि, ‘इससे पहले भी कई बार यूपी कैबिनेट के विस्तार की खबरें सामने आयी हैं। लेकिन हर बार मंत्रिमंडल का विस्तार टल जाता है। अजय राय ने कहा कि, राजभर जी ने तो एक बार डेट भी बता दी थी। लेकिन इसके बाद भी उनका मंत्री बनने का सपना पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने आगे कहा कि राजभर जी आस लगाए बैठे हैं कि वो कब मंत्री बनेंगे। योगी को बार बार दिल्ली बुलाया जाता है लेकिन हर बार वो विस्तार नहीं कर रहे हैं।

केंद्रीय नेतृत्व और योगी सरकार के बीच पिस रहे राजभर

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ महीनों से योगी कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं हो रही है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार अपने मंत्रिमंडल में कुछ फेरबदल कर सकती है। हालांकि, अब तक इस पर सरकार का कोई ठोस कदम देखने को नहीं मिला है। इस दौरान ओम प्रकाश राजभर को मंत्री बनाने के कयासों का दौर अब भी जारी है। ओपी राजभर केंद्रीय नेतृत्व और राज्य सरकार के बीच पिसते नज़र आ रहे है। वो मंत्री बनने की आस में बार-बार दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं और यूपी में उन्हें अभी तक कुछ भी हासिल नहीं हो पाया है अब सवाल ये उठता है कि योगी मंत्रिमंडल में ओपी राजभर को जगह मिलेगी या नहीं। क्योंकि घोसी उपचुनाव में हार के बाद राजभर और दारा सिंह चौहान दोनों निशाने पर थे। हालांकि, बीजेपी नेतृत्व से बातचीत के दौरान राजभर लगातार मंत्री बनाए जाने का दावा कर रहे है। 

अपने बयानों और दल बदलने को लेकर सुर्खियों में रहते हैं राजभर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की यूपी की राजनीति में मजबूत पकड़ है। 1981 से बसपा के साथ अपना सियासी सफर शुरू करने वाले ओपी राजभर, अपने बयानों और दल बदलने को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते है। 2001 में बसपा का साथ छोड़ने के बाद उन्होंने 2002 में अपनी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का गठन किया। 2017 के यूपी चुनाव में राजभर ने पहली बार भाजपा के साथ गठबंधन किया। इस बार पार्टी ने पहली बार 4 सीटों पर जीत दर्ज की और अपनी सियासी ताकत का अहसास कराया। फिर बीजेपी को छोड़कर राजभर ने सपा का दामन थामा। लेकिन 2022 के चुनावों के रिजल्ट को लेकर राजभर ने समाजवादी पार्टी को भी छोड़ दिया। करीब 6 साल बाद ओम प्रकाश राजभर ने फिर एनडीए में वापसी की है। और अब तक मंत्री बनने की आस में बैठे हैं।