Up politics: यूपी बीजेपी में हो रहा बड़ा बदलाव, जल्द बदले जाएंगे 40 जिलों के अध्यक्ष

Up politics : बीजेपी अपने जिलाध्यक्षों को बदलने की पूरी तैयारी कर चुकी है। पार्टी उन अध्यक्षों को बदल रही है जो जिला अध्यक्ष के तौर पर दो टर्म से ज्यादा का समय पूरा कर चुके हैं

Up politics: यूपी बीजेपी में हो रहा बड़ा बदलाव, जल्द बदले जाएंगे 40 जिलों के अध्यक्ष

Up politics: उत्तर प्रदेश में भाजपा संगठन बड़ा बदलाव करने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी 40 से अधिक जिलों में सांगठनिक बदलाव की तैयारियों में जुटी है। बता दें कि पार्टी अपने 40 से 50 प्रतिशत सांगठनिक जिलों में जल्द ही नए जिलाध्यक्षों को नामित करेगी। सूत्रों के अनुसार, भाजपा इसी सप्ताह अपने नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर सकती है।
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को प्रदेश कार्यालय में बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने नए जिलाध्यक्षों के संभावित नामों पर चर्चा की। बता दें कि पार्टी के सभी संगठन क्षेत्रों से प्रदेश नेतृत्व को जिलाध्यक्षों के नामों के पैनल भेजे जा चुके हैं। साथ ही  शुक्रवार को भूपेन्द्र सिंह चौधरी और धर्मपाल सिंह ने प्रदेश व क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ नए जिलाध्यक्षों के नामों पर मंथन किया है।

किन जिलों के अध्यक्ष बदले जायेंगे 

बीजेपी अपने जिलाध्यक्षों के नामों को बदलने की पूरी तैयारी कर चुकी है। पार्टी उन अध्यक्षों को बदल रही है जो जिला अध्यक्ष के तौर पर दो टर्म से ज्यादा का समय पूरा कर चुके हैं, इसका एक कारण यह भी है कि पार्टी उनकी जगह नए, युवा और बेदाग चेहरों को मौका देना चाहती है। जिनमें हरदोई के जिला अध्यक्ष, कन्नौज के जिला अध्यक्ष , हमीरपुर के जिला अध्यक्ष, झांसी के जिला अध्यक्ष, प्रतापगढ़ के जिला अध्यक्ष ,मिर्जापुर के जिला अध्यक्ष, जौनपुर के जिला अध्यक्ष, गाजीपुर के जिला अध्यक्ष और अमेठी के जिला अध्यक्ष को बदलने की तैयारी पार्टी ने कर ली है।

पिछले 2 महीनों से भगवा दल अपने जिलाध्यक्षों के नामों में बदलाव की कवायद चला रही है।  वहीं घोसी उपचुनाव में हार के बाद से भाजपा सक्रिय हो गई है। कहा जा रहा है कि यही कारण है कि भाजपा जिलाध्यक्षों के चुनाव को लेकर भी काफी गंभीर होकर मंथन करने में जुटी। साथ ही केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा निरंतर प्रयास में जुटी है। बताया जा रहा है कि यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में आम चुनाव को लेकर गर्मा- गर्मी है। भाजपा को चुनाव में यूपी से सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। इसीलिए पार्टी इस रणनीति के तहत काम कर रही है कि अगर लोकसभा चुनाव में अन्य राज्यों में उसकी कुछ सीटें कम भी हो जाती तो उसकी भरपाई उत्तर प्रदेश से की जा सके।