UP Assembly: शीतकालीन सत्र की हुई शुरुआत, कल पेश होगा अनुपूरक बजट
बुधवार 29 नवंबर को राज्य सरकार दोनों सदनों में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट पेश करेगी।
UP Assembly: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (UP Assembly Winter Session 2023-24) आज मंगलवार 28 नवंबर की सुबह 11 बजे शुरू होगा। इस दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी। साथ ही विभिन्न अध्यादेशों के प्रतिस्थानी विधेयकों समेत कुछ अन्य विधेयकों को भी पारित कराएगी।
सपा करेगी प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक सदन की नई नियमावली के खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर विरोध प्रदर्शन करने के इरादे से विधानसभा पहुंचे हैं। काला कपड़ा पहनकर विधानसभा जाएंगे। इसी के तहत सपा के विधायक जाहिद बेग साइकिल पर काला कपड़ा लगाकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान सभी की निगाहें उनके कुर्ते पर रहीं, जिस पर लिखा था-बहुत हुआ भ्रष्टाचार, होश में आओ योगी सरकार।
ये मुद्दे हो सकते हैं
सत्र के दौरान विपक्ष जातिवार जनगणना, कानून व्यवस्था, निराश्रित पशुओं व किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी है।
क्या है अनुपूरक बजट (Supplementary Budget)
जब सरकार के किसी विभाग को बजट सत्र में आवंटित की गई धनराशि कम पड़ जाती है तो ऐसे में राज्य सरकारें वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही अनुपूरक बजट बजट (Supplementary Budget) ले आती हैं। मुख्य रूप से अनुपूरक बजट राज्य सरकार विपरीत परिस्थितियों में पेश करती है।
पहले दिन शोक
आज पहले दिन विधानसभा की कार्यवाही पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक आशुतोष टंडन ‘गोपालजी’ (Ashutosh Tandon (Gopal Ji) के साथ ही अन्य पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त करने के बाद स्थगित कर दी जाएगी।
दूसरे दिन पेश होगा अनुपूरक बजट
कल यानी बुधवार 29 नवंबर को राज्य सरकार दोनों सदनों में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट पेश करेगी। जिसके बाद इसपर चर्चा करेंगे।
क्या बोले योगी
विधानसभा सत्र से पहले सीएम योगी (CM Yogi) ने पत्रकारों से बातचीत की जिसमें उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को सदन की गरिमा बनाए रखना है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, सभी लोग पूरी तैयारी के साथ सदन में मौजूद रहेंगे और मुझे भरोसा है कि विपक्षी दलों के नेता भी सदन की कार्यवाही को चलाने में योगदान देंगे।