Milk Adulteration: ऐसे करे असली और नकली दूध की पहचान !
हम में से ज्यादातर लोग दूध को ब्रेकफास्ट में पीते हैं। कुछ शाम को और कई लोग तो वर्कआउट करने के बाद खूब दूध पीते हैं। इसीलिए ये भी जानना जरूरी है कि कहीं आप मिलावटी दूध तो नहीं पी रहें और अगर ऐसा है भी तो पहचानेंगे कैसे। आज हम ये जानेंगे कि कैसे पहचान करें कि कहीं दूध में किसी तरह की कोई मिलावट तो नहीं है।
Milk Adulteration: हाल ही में भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की एक संस्था ने देश की राजधानी दिल्ली में एक सर्वे किया है। जिसमें ये पाया गया कि दिल्ली में मिलने वाला दूध 70 प्रतिशत तक मिलावटी है। कुछ इसी तरह इस संस्था ने देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी जांच की है। जिसमें पैकेट बंद और खुले दूध दोनों ही शामिल हैं। जाहिर है ये चिंता का विषय है। और आज मतलब की खबर में हम ये जानेंगे कि कैसे पहचान करें कि कहीं दूध में किसी तरह की कोई मिलावट तो नहीं है।
हम में से ज्यादातर लोग दूध को ब्रेकफास्ट में पीते हैं। कुछ शाम को और कई लोग तो वर्कआउट करने के बाद खूब दूध पीते हैं। इसीलिए ये भी जानना जरूरी है कि कहीं आप मिलावटी दूध तो नहीं पी रहें और अगर ऐसा है भी तो पहचानेंगे कैसे। वैसे भी आजकल हर चीज में मिलावट की जाने लगी है। ऐसे में आपके लिए ये जरूरी हो गया है कि आप किसी भी चीज का सेवन करने से पहले इसकी पौष्टिकता की जांच अच्छी तरह से कर लें। क्योंकि मिलावटी दूध हो या कोई दूसरा प्रोडक्ट सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
स्मेल के जरिए
असली दूध के मुकाबले सिंथेटिक दूध की स्मैल और टेस्ट काफी खराब होता है। जब भी आपको लगे की दूध में कुछ मिला हो सकता है तो सबसे पहले ही उसे स्मेल करें, अगर आपको स्मेल करने पर साबुन जैसी महक आ रही है तो इसका मतलब साफ है कि दूध में कुछ मिलावट है। इसके अलावा आप उंगलियों पर लगाकर रब भी कर सकते हैं। इससे झाग बनने पर दूध में मिलावट की पहचान आराम से की जा सकती है।
निशान के जरिए
दूसरी बात ये कि दूध में मिलावट का पता लगाने के लिए आप उसे जमीन पर गिरा कर देख सकते हैं। ये सबसे आसान तरीका है। इसके लिए दूध की कुछ बूंदों को चिकनी या पॉलिश फर्श पर गिरा होगा। फिर उसपर पैर रखकर जैसे ही आगे बढ़ेंगे तो दूध अपने पीछे कुछ निशान छोड़ेगा अगर ऐसा नहीं होता है तो इसका मतलब वो मिलावटी है।
खोया बनाकर देखें
इसके अलावा आप दूध की प्योरिटी का पता लगाने के लिए इसका खोया बनाकर भी देख सकते हैं। इसके लिए दूध को 2-3 घंटों तक गैस पर रखकर धीमी आंच पर उबालना होगा। इससे ओरिजनल दूध का खोया काफी सॉफ्ट बनेगा। वहीं अगर दूध मिलावटी होगा, तो खोया काफी ठोस रहेगा।
लिटमस टेस्ट करें
आखिरी में आप एक चीज़ और ट्राय कर सकते हैं। दूध में मिलावट की जांच करने के लिए आप कैमिकल टेस्ट करके देखिए। बता दें कि कई बार सिंथेटिक दूध का टेस्ट सही रखने के लिए इसमें यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में दूध का कैमिकल टेस्ट करने के लिए आधा चम्मच दूध के साथ सोयाबीन पाउडर मिक्स कर दीजिए और इसे मिला लीजिए। अब इस सॉल्यूशन को लिटमस पेपर पर डाल दीजिए कुछ देर में पेपर का रंग लाल या नीला होने पर आपको पता चल जाएगा कि दूध में मिलावट है।